हरियाणा के नेवी ऑफिसर ने दी चार लोगों को नई जिंदगी
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हरियाणा के नेवी ऑफिसर ने दी चार लोगों को नई जिंदगी

अतुल 24 सितंबर को एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

शुक्रवार 29 सितंबर को उनके ह्रदय को दान देने का फैसला किया, संयाेग से इसी दिन वर्ल्ड हार्ट डे भी था. (प्रतीकात्मक फोटो)

कोच्चि : हरियाणा के रहने वाले भारतीय नौसेना के सब लेफ्टिनेंट अतुल कुमार पवार ने मौत के बाद भी चार लोगों को जिंदगी दे दी. अतुल 24 सितंबर को एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उनके सिर पर गहरी चोटें आईं. तमाम कोशिशों के बाद भी उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो डॉक्टरों ने पवार के परिवार वालों से कहा कि अब उन्हें बचाया नहीं जा सकता है. हमें उन्हें ब्रेन डेड घोषित करना पड़ेगा. ऐसे नाजुक वक्त में परिवार के लोगों ने पवार के अंगों को दान करने का फैसला लिया. परिवार वालों ने कहा कि वो चाहते हैं कि उनके बेटे के रहने पर भी उसके अंग किसी को जिंदगी देते रहें. पिता राजवीर पवार और पूरे परिवार की सहमति से अतुल के दिल, लिवर और दोनों किडनी दान कर दिए गए.

  1. पिता ने दिल, लिवर और किडनी दान किए
  2. ग्रीन कॉरिडोर बनाकर लाया गया दिल
  3. अतुल अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया जाएगा
     

इसके बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अतुल के ऑर्गन दान कर दिए गए. अतुल के परिवार की इच्छा के अनुसार, आर्गन डिफेंस से जुड़े ऐसे लोगों को दिए गए, जो लंबे समय से इसके इंतजार में थे. अतुल की एक किडनी बेंगलुरु के एयरफोर्स हॉस्पिटल को भी दान की गई. उनके परिवार की इच्छा थी कि बेटा जाने के बाद भी देश सेवा करता रहे.

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किडनी को बेंगलुरु तक पहुंचाने के लिए कोच्चि और कोट्टायम प्रशासन ने ग्रीन कॉरिडोर बनाया. वायुसेना के एयरक्राफ्ट के जरिए किडनी को बेंगलुरु तक पहुंचाया गया.  सब लेफ्टिनेंट पवार कोच्चि में आईएनएस द्रोणाचार्य के अंडर-ट्रेनी ऑफिसर थे.  24 सितंबर को त्रिशूर के पास चलाकुडी में सड़क हादसे के शिकार हो गए थे. उनके अंग कोट्टायम, एर्नाकुलम, बेंगलुरु और एर्नाकुलम के अलग इंस्टीट्यूट को दान दिए गए. अतुल का अंतिम संस्कार हरियाणा के रोहतक में उनके पैतृक गांव में किया जाएगा. 

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