जानिए नवजोत सिंह सिद्धू ने क्यों कहा- 'पाकिस्तान के आगे नतमस्तक हूं'
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जानिए नवजोत सिंह सिद्धू ने क्यों कहा- 'पाकिस्तान के आगे नतमस्तक हूं'

पाकिस्तान के इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, 'आज मेरे लिए जीवन सफल होने जैसी बात है

नवजोत सिंह सिद्धू ने इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत की थी, जिसके बाद काफी विवाद हुआ था. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : भारत और पाकिस्तान में तनाव की स्थिति के बीच एक राहत की खबर आई है. पाकिस्तान की नई सत्तासीन इमरान खान की सरकार करतारपुर साहिब कॉरीडोर भारत के लिए खोलने के लिए तैयार हो गई है. पाकिस्तान सरकार के इस कदम पर अभी तक भारत सरकार की ओर कोई प्रतिक्रिया बेशक सामने न आई हो, लेकिन कांग्रेस नेता और पंजाब कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इस पर खुशी जाहिर की है.

जीवन सफल होने जैसी बात-सिद्धू
पाकिस्तान के इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, 'आज मेरे लिए जीवन सफल होने जैसी बात है. मैं इस फैसले के लिए अपने दोस्त और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के आगे नतमस्तक होकर शुक्रिया अदा करना चाहता हूं.

 

 

पाकिस्तान सरकार ने दो कदम किए आगे-सिद्धू
नवजोत सिंह सिद्धू कहा, 'पाकिस्तान सरकार ने अब दो कदम आगे किए हैं, मैं यह उम्मीद करता हूं कि हमारी सरकार भी एक कदम चले. उन्होंने कहा कि जब आपकी सोच बदलेगी तो दोनों देशों के नजारे भी बदल जाएंगे. उन्होंने कहा कि करतारपुर का दरावाजा दो देशों को मिला सकता है. 

मैं मोहब्बत का पैगाम लेकर गया था...
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पर खुशी जाहिर करते हुए सिद्धू ने कहा कि मैं मोहब्बत का पैगाम लेकर गया था और उन्हें ये मिला. इमरान खान को शुक्रिया करते हुए सिद्धू ने कहा कि वह वाकई एक दिलदार आदमी हैं. 

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पाकिस्तान सरकार की ओर से ऐलान किया गया है वह गुरुनानक देव जी की 550वीं पुण्यतिथि पर कॉरिडोर को खोलेगी.

550वीं पुण्यतिथि पर खोले जाएंगे कॉरिडोर
बता दें कि, पाकिस्तान सरकार की ओर से ऐलान किया गया है वह गुरुनानक देव जी की 550वीं पुण्यतिथि पर कॉरिडोर को खोलेगी. यह कॉरिडोर भारत में रहने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए काफी खास माना जाता है. खास बात ये है कि भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर साहिब की दूरी महज तीन किलोमीटर है, अगर पाकिस्तान कॉरिडोर को खोल देता है तो भारतीय श्रद्धालु आसानी से करतारपुर में दर्शन कर सकेंगे. इसके लिए उन्हें किसी भी तरह के वीजा की आवश्यकता नहीं होगी.

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