फारुक अब्दुल्ला ने कहा, “ हमें ऐसे समय में नारेबाजी से बचना चाहिए जब पाकिस्तान हमारे लोगों पर निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है.”
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श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने पार्टी विधायक मोहम्मद अकबर लोन द्वारा जम्मू-कश्मीर विधानसभा में शनिवार को पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने को ‘गैरजिम्मेदाराना’ कृत्य बताया. अब्दुल्ला ने कहा, “मैं जम्मू की यात्रा कर रहा हूं और सभी विधायकों की बैठक आयोजित करूंगा और जरूरत पड़ी तो कार्रवाई भी की जाएगी.” उन्होंने कहा, “ हमें ऐसे समय में नारेबाजी से बचना चाहिए जब पाकिस्तान हमारे लोगों पर निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है.”
गौरतलब है कि जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा में विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस(एनसी) के विधायक मोहम्मद अकबर लोन ने शनिवार (10 फरवरी) को पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए. एनसी विधायक ने यह नारा तब लगाया, जब सदन में जम्मू शहर के सुंजवान सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले को लेकर बहस चल रही थी. बांदीपोरा जिले के सोनावारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोहम्मद अकबर लोन ने विधानसभा में उस वक्त पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए, जब सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुंजवान सैन्य शिविर पर आतंकी हमले के विरोध में पाकिस्तान-विरोधी नारे लगा रहे थे.
Yes, I said it. It is my personal view, I said it in the house and I don't think anyone should have a problem with it: National Conference MLA Akbar Lone on shouting 'Pakistan Zindabad' in J&K Assembly pic.twitter.com/JbiwNui0kj
— ANI (@ANI) February 10, 2018
इस घटना के बाद सदन में शर्मनाक स्थिति पैदा हो गई. जब उनसे इस बारे में मीडिया ने सवाल किए तो उन्होंने माना कि उन्होंने ये नारे लगाए. इतना ही नहीं विधायक ने ये भी ऐसा करने पर किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए. विधायक अकबर लोन ने कहा, 'हां मैंने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए. मैंने ये सदन में कहा. मुझे नहीं लगता कि इसमें किसी को भी दिक्कत होनी चाहिए'.
एनसी प्रवक्ता जुनैद मट्ट ने तत्काल ट्वीट कर मामले को संभालने की कोशिश की. उन्होंने कहा, "जेकेएनसी के आदरणीय अध्यक्ष ने कहा है कि एनसी विधायक को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह उस पार्टी से आते हैं, जिसने द्विराष्ट्र के सिद्धांत को खारिज किया था और उन्हें यह भी याद रखना चाहिए कि उन्होंने अपने कार्यकाल के प्रारंभ में अल्लाह का नाम लेकर लिए गए शपथ को भी याद रखना चाहिए."