बातचीत के मुद्दे पर पाकिस्तान के मनमाफिक कर गई राजग सरकार: कांग्रेस
Advertisement

बातचीत के मुद्दे पर पाकिस्तान के मनमाफिक कर गई राजग सरकार: कांग्रेस

कांग्रेस ने रविवार को राजग सरकार पर आरोप लगाया कि उसने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बातचीत के मुद्दे पर पाकिस्तान के मनमाफिक किया और उसे आतंकवाद पर वार्ता से बचने का मौका दे दिया।

बातचीत के मुद्दे पर पाकिस्तान के मनमाफिक कर गई राजग सरकार: कांग्रेस

नई दिल्ली : कांग्रेस ने रविवार को राजग सरकार पर आरोप लगाया कि उसने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बातचीत के मुद्दे पर पाकिस्तान के मनमाफिक किया और उसे आतंकवाद पर वार्ता से बचने का मौका दे दिया।

कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने यहां कहा, ‘दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत सरकार ने अस्पष्ट होकर, तैयारी नहीं करके, ध्यान केंद्रित करने के अभाव, और जमीनी स्तर की पर्याप्त तैयारी नहीं करके पकिस्तान के मनमाफिक काम किया है।’ उन्होंने कहा, ‘हम बहुत दुखी हैं कि पिछले 10 वर्षों में कुछ मुद्दों को लेकर भारत-पाकिस्तान गतिरोध दूर करने पर हुई प्रगति को ऐसी वार्ता के निरस्त हो जाने से झटका लगा है। पाकिस्तान को ऐसा कोई मौका नहीं दिया जाना चाहिए था जिससे वह आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर बातचीत से बच पाता।’

कांग्रेस नेता ने कहा कि शनिवार रात पाकिस्तान की ओर से रद्द की गई एनएसए स्तर की वार्ता के बाद लोग बहस कर रहे हैं कि यह भारत की विदेश नीति की मजबूती के लिए ठीक नहीं है जो मेलपिलाप, निरंतरता और स्थिरता पर आधारित है।

सिंघवी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि सरकार को अपने हालात दुरूस्त करने की जरूरत है। उसे यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि अचानक से कई एजेंसियां जिन्होंने भारतीय विदेश नीति बनाना शुरू कर दिया है उसे देखते हुए या तो बहुलता को खत्म किया जाए अथवा इन सभी एजेंसियों में संपूर्ण एकता और मेलपिलाप सुनिश्चित किया जाए ताकि वे एक आवाज में बात कर सकें।’

पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि यह स्पष्ट है कि इस्लामाबाद आतंकवाद से जुड़े सभी मुद्दों से भाग निकलना चाहता है क्योंकि वह सूचना के आदान-प्रदान अथवा दूसरे किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं चाहता है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि दुर्भाग्य से राजग सरकार ने तैयार नहीं रहकर, ध्यान नहीं देकर, पर्याप्त मेहनत के साथ जमीनी तैयारी नहीं करके वही काम कर दिया जो पाकिस्तान चाहता था।

उन्होंने कहा, ‘हमें बहुत दुख है कि कम से कम कुछ मुद्दों पर भारत-पाक के बीच हुए समाधान पर पिछले करीब 10 साल की मेहनत को इस तरह वार्ता नहीं होने से झटका लगा है। पाकिस्तान को आतंकवाद जैसे किसी गंभीर मुद्दे से बच निकलने का मौका नहीं दिया जाना चाहिए था।’ उन्होंने पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि साफ है कि वह आतंकवाद से जुड़े सभी मुद्दों से भागना चाहता है और वह उन गंभीर विषयों पर कोई बातचीत नहीं चाहता या सूचनाओं का आदान-प्रदान नहीं करना चाहता जिन पर वह अलग-थलग पड़ सकता है।

Trending news