NEET की देशभर में परीक्षा आज, MBBS की 60000 सीटों के लिए 13.36 परीक्षार्थी देंगे इम्तिहान
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NEET की देशभर में परीक्षा आज, MBBS की 60000 सीटों के लिए 13.36 परीक्षार्थी देंगे इम्तिहान

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने नीट पीजी और नीट एसएस का कटऑफ परसेंटाइल 15 प्रतिशत घटा दिया है. इस निर्णय से 18,000 विद्यार्थियों को लाभ होगा.

NEET की देशभर में परीक्षा आज, MBBS की 60000 सीटों के लिए 13.36 परीक्षार्थी देंगे इम्तिहान

नई दिल्ली: एमबीबीएस में दाखिले के लिए होने वाली राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) रविवार (6 मई) को आयोजितकी जा रही है. इस परीक्षा का संचालन सीबीएसई करती है. सभी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. नीट की परीक्षा देशभर के 150 शहरों में आयोजित की जा रही है. इस बार नीट की परीक्षा में देशभर के कुल 13.36 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं, जिनमें से 60000 एमबीबीएस सीटों के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा. लखनऊ के परीक्षा केंद्रों पर कुल 30 हजार परीक्षार्थी बैठेंगे.

  1. नीट की परीक्षा देशभर के 150 शहरों में आयोजित की जा रही है.
  2. इस बार नीट की परीक्षा में देशभर के कुल 13.36 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं,
  3. जिनमें से 60000 एमबीबीएस सीटों के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा.

नीट पीजी, नीट एसएस का कटऑफ 15 प्रतिशत घटा
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने नीट पीजी और नीट एसएस का कटऑफ परसेंटाइल 15 प्रतिशत घटा दिया है. इस निर्णय से 18,000 विद्यार्थियों को लाभ होगा. इससे पीजी सीटें भरने के अवसर बढ़ेंगे और सीटें खाली रह जाने की समस्या घटेगी. स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने इस निर्णय के बारे में बीते 27 अप्रैल को कहा, "पीजी सीटें भरने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं. यह चिकित्सा क्षेत्र को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है और सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र को दी जा रही प्राथमिकता का संकेत है." उन्होंने कहा, "हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि लोगों को गुणवत्ता संपन्न स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त मानव शक्ति सुलभ हो."

नीट परीक्षा: कड़ा और कृपाण धारी सिख अभ्यर्थियों को एक घंटे पहले पहुंचना होगा परीक्षा केन्द्र
नीट परीक्षा के संबंध में दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले के बाद कड़ा और कृपाण धारण करने वाले एमबीबीएस के सिख परीक्षार्थियों को तय समय से एक घंटे पहले परीक्षा केन्द्र पर पहुंचना होगा. अदालत ने बीते 3 मई को कहा था कि सीबीएसई पंथ से जुड़ी इन वस्तुओं को परीक्षा केन्द्र के भीतर ले जाने से नहीं रोक सकती है, जबकि इन्हें विमान में भी लेकर जाने की अनुमति होती है.

न्यायमूर्ति एस. रविन्द्र भट और न्यायमूर्ति ए. के. चावला की पीठ ने सीबीएसई की उस दलील को खारिज कर दिया था कि इन वस्तुओं सहित किसी प्रकार के धातु से बने सामान को परीक्षा केन्द्र के भीतर ले जाने की मनाही है. पीठ ने कहा कि ‘‘अस्पष्ट आशंकाओं’’ के आधार पर आप प्रतिबंध नहीं लगा सकते हैं.

पीठ ने कहा था कि ऐसी अस्पष्ट आशंका नहीं होनी चाहिए कि परीक्षा के लिए आने वाले लोग नकल करेंगे ही. क्या इन वस्तुओं के दुरुपयोग की एक भी मिसाल है? अगर आप अपने नियमों के मुताबिक चलें तो बहुत सारी बातें हैं. नियमों की समरूपता मूर्खता के हद में नहीं बदल जानी चाहिए.

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