Sikkim to Bengal Route: पश्चिम बंगाल खंड, खासतौर से 38 किलोमीटर मील मार्कर (सेवोक की ओर से) पर सड़क लगभग 2 मीटर नीचे धंस गई है, जिससे वाहनों की आवाजाही में मुश्किलें आ रही हैं. इसके अलावा, सेवोके की ओर 29वें और 27वें मील पर भी बार-बार भूस्खलन और सड़कें धंसने की घटनाएं हुई हैं.
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NH-10 Closed: सिक्किम और उत्तर बंगाल को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-10 (एनएच-10) एक बार फिर बंद कर दिया गया है. नेशनल हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के आदेश में कहा गया कि यह रास्ता 13 से 16 अक्टूबर तक मरम्मत के लिए बंद रहेगा. आदेश के तहत पश्चिम बंगाल के सेवोके से सिक्किम के रंगपो तक वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह बैन किया गया है.
2 मीटर नीचे धंस गई सड़क
पश्चिम बंगाल खंड, खासतौर से 38 किलोमीटर मील मार्कर (सेवोक की ओर से) पर सड़क लगभग 2 मीटर नीचे धंस गई है, जिससे वाहनों की आवाजाही में मुश्किलें आ रही हैं. इसके अलावा, सेवोके की ओर 29वें और 27वें मील पर भी बार-बार भूस्खलन और सड़कें धंसने की घटनाएं हुई हैं, जिससे नेशनल हाईवे 10 पर ट्रैफिक की समस्या और बढ़ गई है. हाल ही में दशहरा उत्सव के दौरान बंगाल से सिक्किम आने-जाने वाले वाहनों की भीड़ के कारण इन सेगमेंट्स पर घंटों जाम लगा रहा.
अब इस रास्ते से जाना होगा
कोरोनेशन ब्रिज तक पहुंचने के लिए मुनसुंग से लावा-गोरुबाथान होते हुए एक वैकल्पिक मार्ग अब सिक्किम और उत्तर बंगाल के वाहनों और नागरिकों के लिए सिलीगुड़ी जाने का इकलौता रास्ता है.
2023 में ग्लेशियल झील के फटने से आई बाढ़ के बाद से पश्चिम बंगाल की ओर एनएच-10 के अहम हिस्सों में जीएलओएफ के प्रभाव के कारण बार-बार भूस्खलन हो रहा है.
लंबे वक्त से खराब थी सड़क
एनएचआईडीसीएल के ठेकेदार प्रकाश तमांग ने कहा कि कई बार मरम्मत की कोशिशों के बावजूद सड़क लंबे समय से खराब स्थिति में थी. हमने इस हिस्से की मरम्मत के लिए कई बार कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. पहले, हमें कटाई का काम शुरू करने के लिए कहा गया था, लेकिन संबंधित पक्ष मना करता रहा. अब इजाजत मिल गई है, काम तीन-चार दिनों में पूरा हो जाएगा. सड़क लगभग दो-तीन मीटर धंस गई है और नदी के पास इसे ठीक से समतलीकरण और सुरक्षा की जरूरत है.
कारोबारी बोले-बिजनेस पर बहुत बुरा असर
एनएच-10 के किनारे एक रेस्टोरेंट के मालिक अरुण कुमार ने बताया कि लगातार सड़क टूटने से लोकल बिजनेस पर बुरा असर पड़ा है. अरुण कुमार ने कहा, 'कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. अक्टूबर से जनवरी तक यही हमारा मुख्य सीजन होता है, लेकिन यह पूरी तरह से ठप है. 2023 से हमें सड़कों के अवरोधों और उसके ढहने के कारण लगातार नुकसान हो रहा है.
सिलीगुड़ी से आने वाली सप्लाई महंगी हो गई है और हमें स्थानीय स्तर पर दोगुनी दरों पर सामान खरीदना पड़ रहा है. यहां लगभग हर दुकानदार इस समस्या से जूझ रहा है.'
(इनपुट-IANS)