पाकिस्तानी डिप्लोमेट के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस की मांग करेगी NIA, आतंकी हमले की साजिश का आरोप
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पाकिस्तानी डिप्लोमेट के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस की मांग करेगी NIA, आतंकी हमले की साजिश का आरोप

सिद्दीकी ने श्रीलंका में पाकिस्तानी उच्चायोग में अपने कार्यकाल के दौरान 2014 में भारत में आतंकी हमले करने की साजिश रची थी.

अमेरिकी अधिकारियों ने एनआईए को सिद्दीकी की संलिप्तता के सबूत सौंपे थे. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तान के राजनयिक आमिर ज़ुबैर सिद्दीकी के खिलाफ इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. सिद्दीकी के खिलाफ दक्षिण भारत में स्थित अमेरिकी और इजरायली वाणिज्य दूतावासों पर आतंकी हमला करने की कथित साजिश रचने के लिए पिछले हफ्ते आरोप पत्र दायर किया गया है. एनआईए के अधिकारियों ने बताया कि दस्तावेजों को पूरा किया जा रहा है और सिद्दीकी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाने के लिए इन्हें फ्रांस के ल्यों में स्थित इंटरपोल के मुख्यालय में जल्द ही भेजा जाएगा. सिद्दीकी ने श्रीलंका में पाकिस्तानी उच्चायोग में अपने कार्यकाल के दौरान 2014 में भारत में आतंकी हमले करने की साजिश रची थी.

  1. पाकिस्तान के राजनयिक आमिर ज़ुबैर सिद्दीकी के खिलाफ आरोप.
  2. ली थी अमेरिकी वाणिज्य दूतावास और बेंगलुरु में इजरायली वाणिज्य दूतावास की टोह.
  3. एनआईए ने की इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस की मांग.

एनआईए ने 2014 में किया साजिश का भांडाफोड़
सिद्दकी का नाम श्रीलंका के निवासी शाकिर हुसैन ने लिया था. अदालत में इकबाल-ए-जुर्म करने के बाद हुसैन फिलहाल जेल में सजा काट रहा है. खुफिया ब्यूरो द्वारा अप्रैल 2014 में साजिश का भांडाफोड़ करने के बाद हुसैन को तमिलनाडु पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसकी जेल की सजा अगले साल खत्म हो जाएगी. हुसैन ने 26/11 जैसा आतंकी हमला करने के लिए चेन्नई में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास और बेंगलुरु में इजरायली वाणिज्य दूतावास की टोह ली थी. इसके लिए मालद्वीव से दो आतंकवादी आने थे. सिद्दीकी कोलंबो में पाकिस्तानी उच्चायोग में वीजा काउंसलर के तौर पर काम कर रहा था, लेकिन भारत को निशाना बनाने वाली उसकी कथित गतिविधियों को लेकर भारत ने श्रीलंका पर दबाव बनाया, जिसके बाद उसे वापस इस्लामाबाद भेज दिया गया था.

अमेरिकी अधिकारियों ने एनआईए को सिद्दीकी की संलिप्तता के सबूत सौंपे थे. अमेरिका की ओर से भारत को जो दस्तावेज दिए गए थे उनमें हुसैन और शाहजी के बीच संवाद की पुष्टि हुई थी. शाहजी पाकिस्तानी नागरिक है और आरोपी से उसका परिचय श्रीलंका में पाकिस्तानी मिशन में काम कर रहे एक राजनयिक ने कराया था. एनआईए ने साजिश की जांच की और ‘परस्पर कानूनी सहायता समझौता ’ के तहत अमेरिका को एक अनुरोध भेज उस सेवा प्रदाता से पूरी जानकारी मांगी थी जिसके ईमेल का इस्तेमाल हुसैन ने श्रीलंका में अपने आका से बात करने के लिए किया था.

चेन्नई में 26/11 आतंकी हमले की साजिश
अमेरिकी अधिकारियों की ओर दिए गए जवाब के मुताबिक, अकांउट को ‘शाहजी’ नाम का कोई व्यक्ति संचालित कर रहा था. उसने ईमेल अकाउंट बनाते वक्त यह नाम दिया था. इस ईमेल के जरिए पाकिस्तान के अन्य ईमेल पतों पर कुछ मेल किए गए, यहां तक कि सिद्दीकी के निजी अकाउंट पर भी इसके जरिए मेल का आदान-प्रदान हुआ था. उन्होंने बताया कि ईमेल अकाउंट कथित तौर पर कोलंबो में पाकिस्तानी उच्चायोग के आईपी पते से भी संचालित हुआ था.

चेन्नई में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर आतंकवादी की हमले की साजिश का कोड ‘वेडिंग हॉल’ था और इसको ‘कुक्स’ यानी मालद्वीव से भारत आने वाले आतंकवादियों को अंजाम देना था. हुसैन ने श्रीलंका में तैनात विभिन्न पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ अपनी मुलाकात का पूरा विवरण दिया था. इसके अलावा उसने बैंकाक में दो फिदायीनों से मुलाकात का भी जिक्र किया था.

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