नीतीश ने उपचुनाव में लड़ने से किया इनकार तो तेजस्वी ने की ट्वीट्स की बौछार
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नीतीश ने उपचुनाव में लड़ने से किया इनकार तो तेजस्वी ने की ट्वीट्स की बौछार

आगामी 11 मार्च को होने वाले उपचुनाव में जदयू के हिस्सा नहीं लेगी. नीतीश कुमार ने मीडिया को बताया, 'राज्य की पार्टी इकाई का यह नीतिगत फैसला है कि मौजूदा सदस्य की मृत्यु से रिक्त होने के कारण खाली हुई सीटों के उपचुनाव में हम हिस्सा नहीं लेंगे.' 

नीतीश ने उपचुनाव में लड़ने से किया इनकार तो तेजस्वी ने की ट्वीट्स की बौछार

पटनाः बिहार में लोकसभा की 1 और विधानसभा की 2 सीटों के लिए होने वाले चुनावों में जेडीयू मैदान में खड़ी होगी. बिहार के सीएम नीतीश कुमार और जेडीयू के अध्यक्ष ने कहा है कि पार्टी की राज्य इकाई ने इस संबंध में फैसला किया किया है वह आगामी 11 मार्च को होने वाले उपचुनाव में जदयू के हिस्सा नहीं लेगी. नीतीश कुमार ने मीडिया को बताया, 'राज्य की पार्टी इकाई का यह नीतिगत फैसला है कि मौजूदा सदस्य की मृत्यु से रिक्त होने के कारण खाली हुई सीटों के उपचुनाव में हम हिस्सा नहीं लेंगे.' 

तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि, 'नीतीश कुमार बीजेपी के सामने नतमस्तक हो गए हैं.' तेजस्वी के अनुसार जेडीयू को किसी भी सीट पर चुनाव नहीं लड़ने दिया जाएगा. बताइये, प्रदेश के मुख्यमंत्री की पार्टी की एक भी सीट पर लड़ने की औक़ात नहीं है. जेडीयू में होगी भारी भगदड़, थोड़ा इंतजार का मजा लीजिए.

 

अपने अगले ट्वीट में तेजस्वी यादव ने कहा,  'इंतजार कीजिए नीतीश कुमार जल्द ही जेडीयू का भाजपा में विलय कर देंगे. कुर्सी के बिना वह जीवित नहीं रह सकते. इनकी तथाकथित सुशासन की फ़ाइल पीएमओ में रखी हुई है. इसलिए बीजेपी जल्दी ही इन्हें पहले दिल्ली भेजेगी, फिर कहीं का राज्यपाल बना देगी. जेडीयू के विधायक क्या करेंगे?'

 

गौरतलब है कि बिहार के अररिया लोकसभा सीट से आरजेडी के सांसद रहे मोहम्मद तस्लीमुद्दीन, जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी विधायक रहे मुंद्रिका सिंह यादव और भभुआ विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक रहे आनंद भूषण पांडेय के निधन के बाद इन सीटों के रिक्त होने पर गत 9 फरवरी को चुनाव आयोग द्वारा इन सीटों पर आगामी 11 मार्च को उपचुनाव कराए जाने की घोषणा की गई थी.

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इसके अलावा नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना में संवाददाताओं से अयोध्या विवाद से संबंधित एक प्रश्न का जवाब देते हुए नीतीश ने कहा,‘‘ हम लोग शुरु से कहते रहे हैं कि इसका समाधान आपसी समझौते और बातचीत से होना चाहिए और अगर नहीं हो पाता है तो अदालत के फैसले से ही इसका समाधान हो पाएगा.’’ देश में बेरोजगारी से संबंधित सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने कौशल विकास कार्यक्रम चलाया है और रोजगार उपलब्धता के बारे में कहा है. मोदी जी के नेतृत्व में राजग को केंद्र में काम करने का मौका मिला है. वह चार साल से काम कर रहे हैं. अनावश्यक चीजों पर चर्चा नहीं होनी चाहिए, तथ्य और नीतियों पर बात होनी चाहिए.

12 फरवरी (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के संघ के स्वयं सेवकों की तीन दिन में सेना तैयार करने संबंधी बयान का बचाव करते हुए आज कहा कि कोई नागरिक या नागरिक संगठन देश की सीमा की रक्षा के लिए अगर अपनी तत्परता दिखाता है तो यह ठीक है.

(इनपुट भाषा से)

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