गणतंत्र दिवस समारोह पर इस बार भी चीफ गेस्ट नहीं, इसलिए हुआ फैसला
दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस बार कोविड प्रोटोकॉल और आतंकी हमले के खतरे को देखते हुए 26 जनवरी के कार्यक्रम में लोगों की संख्या सीमित होगी. आम लोगों को केवल 4 हजार टिकट ही दिए जा रहे हैं. पिछली साल की तरह करीब 24 हजार लोगों को ही समारोह में आने दिया जाएगा.
नई दिल्ली: कोरोना की तीसरी लहर और आतंकी हमले का खतरा देखते हुए इस बार राजपथ पर होने वाले 26 जनवरी के कार्यक्रम में कई बदलाव किए गए हैं. इसी के साथ कुछ और पाबंदियां भी लगाई गई हैं. इस बीच आपको बता दें कि साल 2022 के गणतंत्र दिवस के समारोह में भी कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा. 51 साल के इतिहास में ऐसा दूसरी बार होगा जब गणतंत्र दिवस पर चीफ गेस्ट नहीं होंगे.
दिल्ली में ऐसी है तैयारी
नई दिल्ली के डीसीपी दीपक यादव के मुताबिक इस बार भी कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए 26 जनवरी के कार्यक्रम में लोगों की संख्या सीमित होगी. आम लोगों को केवल 4 हजार टिकट ही दिए जा रहे हैं. पिछली साल की तरह करीब 24 हजार लोगों को ही समारोह में आने दिया जाएगा.
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वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट जरूरी
इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने आने वाले लोगों को अपना वैक्सीनेशन सर्टीफिकेट दिखाना अनिवार्य होगा. इस बार गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में 15 साल से छोटे बच्चे या स्कूली बच्चों को आने की अनुमति नहीं है. यादव ने कहा, "हम लोग पूरा कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करवा रहे हैं.'
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झाकियों में बदलाव
इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में झांकियों में भी बदलाव किए गए हैं. यादव ने बताया कि इस बार कम झांकियां होगीं. आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए सुरक्षा कड़ी की जा रही है. एन्टी ड्रोन सिस्टम, क्यूआरटी, स्नाइपर, हिट टीमें, और डिफेंस सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे आदि के जरिए सुरक्षा पुख्ता की जा रही है. कोविड के चलते गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा.
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