डोकलाम में विवादित जगह पर कोई नई घटना नहीं, पहले जैसी स्थिति कायम: विदेश मंत्रालय
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डोकलाम में विवादित जगह पर कोई नई घटना नहीं, पहले जैसी स्थिति कायम: विदेश मंत्रालय

भूटान के दावे वाले इलाके में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सड़क बनाने की योजना को लेकर 16 जून से लेकर 73 दिन तक चीन और भारत की सेनाओं के बीच टकराव की स्थिति रही थी.

डोकलाम में सड़क बनाने को लेकर भारत और चीन की सेना में 73 दिनों तक आमने-सामने थी. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार (6 अक्टूबर) को कहा कि बीते 28 अगस्त को दोनों पक्षों की ओर से टकराव वाले क्षेत्र से सेना हटाए जाने के बाद डोकलाम में भारत-चीन के बीच सैन्य गतिरोध की जगह और इसके आसपास के इलाकों में कोई नया घटनाक्रम नहीं हुआ है. मंत्रालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ‘इस इलाके में यथास्थिति बनी हुई है. इसके विपरीत कुछ भी कहना गलत है.’ विदेश मंत्रालय डोकलाम में प्रेस में आई हालिया खबरों पर प्रतिक्रिया जाहिर कर रहा था. खबरों में कहा गया कि डोकलाम में भारत के साथ गतिरोध की जगह के पास चीन ने अच्छी-खासी संख्या में अपने सैनिकों को तैनात कर रखा है और एक मौजूदा सड़क को चौड़ा करने का काम भी शुरू कर दिया है. यह सड़क टकराव वाले इलाके से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर है.

  1. डोकलाम इलाके पर भूटान भी अपना दावा करता है. 
  2. डोकलाम में सड़क बनाने को लेकर 73 दिन तक चीन और भारत की सेना में टकराव रहा था.
  3. चीनी सैनिक वर्तमान में चुंबी घाटी में मौजूद हैं जो डोकलाम के पठार में है.

बीते 16 जून से अगले 73 दिनों तक डोकलाम में भारत और चीन के बीच गतिरोध कायम रहा था. इस गतिरोध की शुरुआत तब हुई थी जब भारत ने चीनी सेना को एक विवादित इलाके में सड़क बनाने से रोक दिया था. डोकलाम पर भूटान और चीन के बीच विवाद है. बीते 28 अगस्त को खत्म हुए गतिरोध के जारी रहने की पूरी अवधि में भूटान और भारत एक-दूसरे के संपर्क में थे.

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वहीं दूसरी ओर भारत के साथ टकराव खत्म होने के बाद पिछले एक महीने में डोकलाम इलाके में अपने सैनिकों की उपस्थिति का बचाव करते हुए चीन ने शुक्रवार (6 अक्टूबर) को कहा कि बीजिंग की संप्रभुता के अधिकार के तहत उसके सैनिक इलाके में गश्त कर रहे हैं. इस इलाके पर भूटान भी अपना दावा करता है. चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘डोंगलांग (डोकलाम) इलाका हमेशा से चीन से जुड़ा रहा है और चीन के प्रभावी अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत है.’ मंत्रालय ने एक लिखित जवाब में कहा, ‘‘कोई विवाद नहीं है. चीन के सीमा बल डोंगलांग में गश्त करते रहे हैं, अपने संप्रभु अधिकारों का इस्तेमाल करते रहे हैं और ऐतिहासिक सीमा के अनुसार क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा करते रहे हैं.’’

भूटान के दावे वाले इलाके में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सड़क बनाने की योजना को लेकर 16 जून से लेकर 73 दिन तक चीन और भारत की सेनाओं के बीच टकराव की स्थिति रही थी. भारत से आ रही हाल की खबरों के मुताबिक चीन ने इलाके में अपने सैनिकों की संख्या में इजाफा किया है. गुरुवार (5 अक्टूबर) भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने कहा था कि चीनी सैनिक वर्तमान में चुंबी घाटी में मौजूद हैं जो डोकलाम के पठार में है. उन्होंने कहा था कि मुद्दे के शांतिपूर्ण निपटारे में दोनों देशों का हित है.

(इनपुट एजेंसी से भी)

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