उतर भारत खाप प्रतिनिधि सम्मेलन में उठी हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन की मांग
Advertisement

उतर भारत खाप प्रतिनिधि सम्मेलन में उठी हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन की मांग

खाप प्रतिनिधियों के सम्मेलन में उत्तरी भारत की 119 खापों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की.

(प्रतीकात्मक फोटो)

जींद: जींद के कस्बे उचाना में मंगलवार को उत्तरी भारत सर्व जातीय खाप प्रतिनिधि सम्मेलन में एक प्रस्ताव पारित कर तय किया गया कि हिंदू विवाह कानून में संशोधन कर लड़का-लड़की की शादी अपने और मां के गौत्र में नहीं की जाए . खाप प्रतिनिधियों के सम्मेलन में उत्तरी भारत की 119 खापों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की. सम्मेलन का आयोजन दाडऩ खाप के प्रधान सूरजमल श्योकंद एवं खाप की कार्यकारिणी द्वारा किया गया. 

दाडऩ खाप के प्रधान सूरजमल श्योकंद ने बताया कि उतरी भारत खाप प्रतिनिधि सम्मेलन में हिंदू विवाह कानून में संशोधन के लिए प्रस्ताव पास करके हरियाणा, दिल्ली, उतराखंड, उप्र राज्य की सरकारों को पत्र भेजा गया है. इस पत्र की प्रतियां उतरी भारत की खापें अपने-अपने राज्यों के जिलों में उपायुक्त के माध्यम से भी सरकार को भेजेंगी. 

उन्होंने बताया कि उतर भारत सर्व जातीय खाप प्रतिनिधि सम्मेलन में पहुंचे 119 खापों के प्रतिनिधियों ने एकमत से विभिन्न फैसले लिए जिनमें लड़का-लड़की की शादी अपने (खुद) और मां के गौत्र में नहीं होने का फैसला भी शामिल था . 11 सूत्रीय प्रस्ताव लिखित रूप में सभा में प्रस्तुत किया गया. उतरी भारत का इस तरह का प्रतिनिधि सम्मेलन हर साल आयोजित करने का फैसला भी लिया गया.

वरिष्ठ उप प्रधान मांगेराम शर्मा ने कहा कि भविष्य में किसी तरह के जात-पात के आधार के मुद्दों से खापें दूर रहेंगी क्योंकि खापें सर्वजातीय है. यह सभी जातियों के भाईचारा की समृद्धि के लिए कार्य करती है और सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में अपनी अहम भूमिका निभाती हैं.

(इनपुट - भाषा)

Trending news