Odisha IAS Dhiman Chakma: धीमन चकमा. एक युवा IAS जिसकी उम्र महज 36 साल है, जो दो बार UPSC की अलग-अलग परीक्षाएं पास कर चुका है. त्रिपुरा जैसे राज्य से IAS बनकर देश के लाखों युवाओं का प्रेरणा स्त्रोत है. जिसे कालाहांडी जैसे अति पिछड़े जिले की तरक्की के लिए भेजा गया था. उसने कालाहांडी में ही ऊपरी कमाई की ATM मशीन खोल दी थी.
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IAS officer Corruption: ओडिशा में एक IAS अधिकारी की वित्तीय अनियमितता पर बड़ी कार्रवाई हुई है. रिटायरमेंट से केवल 24 घंटे पहले बैकुंठ नाथ सारंगी के करोड़ों रुपये की काली कमाई का पता चला था लेकिन अब हम जिस भ्रष्ट अधिकारी का डीएनए टेस्ट करने जा रहे हैं, वो IAS बनने के 4 साल के भीतर ही भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़ा गया है यानी एक अधिकारी जो सरकारी सिस्टम से रिटायर हो रहा है. जिंदगी भर भ्रष्टाचार करता है और अंत में पकड़ा जाता है तो दूसरा अधिकारी सरकारी सिस्टम में आते ही भ्रष्टाचार में शामिल हो जाता है.
36 साल की उम्र में काली कमाई
धीमन चकमा. एक युवा IAS जिसकी उम्र महज 36 साल है, जो दो बार UPSC की अलग-अलग परीक्षाएं पास कर चुका है. त्रिपुरा जैसे राज्य से IAS बनकर देश के लाखों युवाओं का प्रेरणा स्त्रोत है. जिसे कालाहांडी जैसे अति पिछड़े जिले की तरक्की के लिए भेजा गया था. उसने कालाहांडी में ही ऊपरी कमाई की ATM मशीन खोल दी थी.
#DNAWithRahulSinha | कालाहांडी में IAS ने रिश्वत की दुकान सजाई ! 'धीमन चकमा' ने ईमानदारी को 'चकमा' दे दिया !#DNA #DhimanChakma #Corruption #Odisha @RahulSinhaTV pic.twitter.com/W60KpkZb3j
— Zee News (@ZeeNews) June 9, 2025
2021 बैच के IAS अधिकारी धीमन चकमा को सर्तकता विभाग ने ओडिशा में 10 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. धीमन चकमा का करियर केवल 4 साल का है. लेकिन रिश्वत के जरिए कमाई करके धीमन चकमा देश के सबसे अमीर 1 फीसदी लोगों में शामिल हो चुके हैं.
20 साल की मांगी रिश्वत
IAS धीमन चकमा अभी कालाहांडी जिले के धरमगढ़ में उप-कलेक्टर के रूप में पोस्टेड हैं. धीमन चकमा ने एक स्थानीय कारोबारी से 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी और रिश्वत नहीं देने पर कार्रवाई करने की धमकी दी थी. रिश्वत की धमकी से परेशान कारोबारी ने सतर्कता विभाग में शिकायत कर दी. इसके बाद जब धीमन चकमा अपने सरकारी आवास पर 10 लाख रुपये के रूप में पहली किस्त ले रहा था उसी दौरान उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद विजिलेंस टीम ने उप-कलेक्टर के घर पर भी छापा मारा क्योंकि धीमन चकमा पर कई और लोगों से रिश्वत लेने का भी आरोप लगा था. छापे के दौरान उसके घर से 47 लाख रुपये बरामद हुए.
कालाहांडी में काम करने का मिला था मौका
देश के सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में सफल होने के बाद धीमन चकमा ने नैतिकता समाजसेवा को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे, जिसके पुराने वीडियोज वायरल हो रहे हैं, जिसमें धीमन चकमा दावा कर रहे हैं कि वो गरीब लोगों की मदद करना चाहते हैं. नियति का खेल देखिए उन्हें देश के सबसे पिछड़े इलाके कालाहांडी में काम करने का मौका भी मिला. 1996 में केंद्र सरकार ने कालाहांडी को भुखमरी से ग्रस्त 41 जिलों में शामिल किया था. 2006 में देश के सबसे पिछड़े 250 जिलों में कालाहांडी को शामिल किया गया था और आज भी कालाहांडी को विकास से लिए स्पेशल फंड्स दिया जाता है.
सोचिए जरा जिस धीमन चकमा पर कालाहांडी की तरक्की की जिम्मेदारी दी, उस कालाहांडी में धीमन चकमा ने अपनी रिश्वत की दुकान सजा ली. ईमानदारी को अपने नाम के मुताबिक चकमा दे दिया. अगर जांच में धीमन चकमा दोषी साबित होते हैं तो उनके खिलाफ बेहद सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए जिससे बाकी सरकारी अधिकारियों को यह समझ में आ जाए कि सरकारी अधिकारी बनने का मतलब रिश्वत लेने का लाइसेंस मिलना नहीं है.