VIDEO: फोनी ने बरपाया कहर, तेज हवा के चलते भरभराकर गिरी क्रेन; उड़ गई पूरी छत
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VIDEO: फोनी ने बरपाया कहर, तेज हवा के चलते भरभराकर गिरी क्रेन; उड़ गई पूरी छत

भारी बारिश और 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की प्रचंड हवाओं के साथ चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ ने शुक्रवार को सुबह ओडिशा तट पर दस्तक दी. तूफान के कारण कई पेड़ उखड़ गए और झोपड़ियां तबाह हो गई. 

तूफान के कारण कई पेड़ उखड़ गए और झोपड़ियां तबाह हो गई.

भुवनेश्वर: भारी बारिश और 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की प्रचंड हवाओं के साथ चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ ने शुक्रवार को सुबह ओडिशा तट पर दस्तक दी. तूफान के कारण कई पेड़ उखड़ गए और झोपड़ियां तबाह हो गई. साथ ही मंदिर शहर पुरी के कई इलाके जलमग्न हो गए. अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान फोनी सुबह करीब आठ बजे पुरी पहुंचा। हालांकि पूर्व चेतावनी के कारण कम से कम 11 तटीय जिलों के निचले एवं संवेदनशील इलाकों से करीब 11 लाख लोगों को गुरुवार तक हटा लिया गया, 

ओडिशा के तट से शुक्रवार सुबह फोनी चक्रवात टकराया. फोनी की वजह से तेज बारिश हो रही है और हवाएं चल रही हैं. राज्‍य सरकार ने ओडिशा में करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है. साथ ही अन्‍य लोगों को घरों पर ही रहने की सलाह दी गई है. फोनी की वजह से हवाएं इतनी तेज थीं कि भुवनेश्वर में स्थित एम्स के हॉस्टल की पूरी छत एक साथ उड़ गई. यही नहीं दो विशालकाय क्रेन भी हवा का दबाव झेल न सकीं और भरभराकर गिर पड़ीं.  

क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर के निदेशक एचआर बिस्वास ने कहा, "चक्रवात सुबह करीब आठ बजे पुरी तट पर पहुंचा और चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया पूरी होने में करीब तीन घंटे का समय लगेगा." 

 

विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) बी. पी. सेठी ने बताया कि चक्रवात के कारण गंजाम, पुरी, खोरधा और गजपति जैसे कई तटीय जिलों में प्रचंड हवा चल रही है. उन्होंने बताया कि करीब 10,000 गांवों और 52 शहरी इलाकों से हटाए गए 11 लाख लोग 4,000 शिविरों में ठहरे हुए हैं जिनमें से विशेष रूप से चक्रवात के लिए बनाए गए 880 केंद्र शामिल हैं. सेठी ने बताया कि विमान से गिराने के लिए एक लाख से अधिक भोजन के पैकेट तैयार किए गए हैं. इसके लिए दो हेलीकॉप्टर भेजने का अनुरोध किया गया है.

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