Coromandel Express Accident: अगर यशवंतपुर एक्सप्रेस (Yesvantpur Express) थोड़ी देर में गुजरती तो उसका इंजन टकराता और बालासोर रेल हादसा (Balasore Train Accident) और बड़ा हो जाता. कोरोमंडल की इंजन और बोगियां गिरीं, दोनों तरफ गिरीं. डाउनलाइन पर उसी वक्त यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रेन गुजर रही थी. उसकी सभी बोगियां निकल गई थीं. सिर्फ दो बोगी कोरोमंडल की Derailed बोगी से टकराईं. कोरोमंडल एक्सप्रेस Derailed हुई. लूप लाइन पर मालगाड़ी खड़ी थी. कोरोमंडल एक्सप्रेस (शालीमार-मद्रास) की बोगियां पटरी से उतर गईं. ये बोगियां लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से टकराईं. कुछ बोगियां डाउन लाइन पर गिरीं. इसी समय यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस डाउनलाइन से गुजर रही थी. यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रेन के सभी डिब्बे निकल गए थे. लेकिन उसकी आखिर की 2 बोगियां कोरोमंडल एक्सप्रेस की Derailed बोगियों से टकरा गईं. इसलिए इस हादसे में यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रेन में हताहतों की संख्या कम हुई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

और बड़ा हो सकता था बालासोर रेल हादसा?


जानकारी के मुताबिक, डाउनलाइन पर यशवंतपुर एक्सप्रेस थी. लूप लाइन पर मालगाड़ी को खड़ा किया गया था. डाउन लाइन आज देर रात तक क्लियर हो जाएगी. बता दें कि बालासोर रेल हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन का काम पूरा हो चुका है. रेलवे के सूत्रों से जानकारी मिली है कि डाउनलाइन शुरू करने में 12 घंटे का वक्त लग सकता है. अभी अपलाइन क्लियर होने में भी वक्त लगेगा. बालासोर रेल हादसे में अब रेल व्यवस्था को वापस पटरी पर लाने का काम जोरों पर है. हादसे में अप और डाउन लाइन दोनों ही बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं. ऐसे में दोनों लाइनों को शुरू करने का काम जारी है. रेलवे की तरफ से जानकारी दी गई है कि इस रूट पर 58 ट्रेनें रद्द हुई हैं और 81 ट्रेनों का मार्ग बदला गया है. 10 ट्रेनें शॉर्ट टर्मिनेटेड हुई हैं.


क्या रही रेल हादसे की मुख्य वजह?


इस बीच 1,200 प्रभावित यात्रियों को लेकर दो ट्रेन शनिवार को पश्चिम बंगाल के हावड़ा पहुंचेगी. हालांकि अब इस हादसे की जांच पर भी जोर दिया जा रहा है. हादसे की मुख्य वजह वैसे भी सिग्नल में आई गड़बड़ी को माना जा रहा है. फिलहाल सिग्नल में गड़बड़ी है या फिर किसी से गलती हुई है इस पहलू की जांच हो रही है.


382 घायल अस्पताल में अब भी भर्ती


बालासोर ट्रेन हादसे में कुल 288 लोगों की जान चली गई. हालांकि इस हादसे में घायल हुए करीब 1,100 मरीजों में से 793 मरीज ठीक हो चुके हैं. हालांकि, रेल मंत्रालय ने मुआवजे का ऐलान भी कर दिया है. बालासोर रेल हादसा देश में हुए भीषण रेल हादसों में से एक बन गया है. तीन ट्रेनों की टक्कर ने ना सिर्फ लोगों की जिंदगी खत्म कर दी बल्कि कई लोगों के मन में अब इस हादसे का खौफ हमेशा रहने वाला है. बालासोर ट्रेन हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हो गई है, 382 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं जिनमें से 2 की हालत गंभीर है.


हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव लगातार नजर बनाए हुए हैं. रेल मंत्रालय ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को दो-दो लाख रुपये और अन्य घायलों को 50-50 हजार मुआवजे की घोषणा की है. साथ ही PMO ने मृतकों के परिवारों को दो लाख रुपये, घायलों को 50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की है.


जरूरी खबरें


ओडिशा रेल हादसाः अश्विनी वैष्णव का वीडियो हो रहा वायरल, देखें क्या कर रहे रेल मंत्री
तीनों ट्रेनों के टकराने से पहले कैसे थे हालात? रेलवे के चार्ट से हो गया बड़ा खुलासा