Odisha train accident: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-शासित केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना के कारणों को दबाने की कोशिश की जा रही है.


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बनर्जी ने दावा किया कि बालासोर में दो जून को हुई भीषण रेल दुर्घटना की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कर रहा है, लेकिन साक्ष्यों को पहले ही हटाया जा चुका है, जैसा 2019 के पुलवामा आतंकी हमले के बाद किया गया था.


वह ओडिशा के बालासोर जिले में हुई दुर्घटना में मारे गए या घायल हुए राज्य के निवासियों के परिजनों को चेक और नियुक्ति पत्र सौंपने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रही थीं.


बनर्जी ने कहा, “मैंने ये सब बातें नहीं कहने का सोचा था, लेकिन हालात ने मुझे ऐसा करने पर मजबूर कर दिया. यह 20वीं सदी की सबसे बड़ी दुर्घटना है, लेकिन हादसे के कारणों को दबाने की कोशिश की जा रही है. जिन लोगों ने परिवार के सदस्यों को खोया है वे सच जानना चाहते हैं. सीबीआई क्या करेगी? यह कोई आपराधिक मामला नहीं है.”


उन्होंने कहा, “क्या आपने पुलवामा का मामला नहीं देखा? कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल ने क्या कहा था? वास्तविक कारण पर पर्दा डालने के लिए सब कुछ साफ कर दिया गया और कोई साक्ष्य शेष नहीं रहा. मैं चाहती हूं कि सच सामने आए.”


पुलवामा आतंकी हमले का जिक्र करते हुए, जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पिछले महीने कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव “हमारे सैनिकों के शवों पर लड़े गए थे” और अगर उस घटना की जांच हुई होती तो तत्कालीन गृह मंत्री को इस्तीफा देना पड़ता.


उन्होंने कहा, “दिल्ली (केंद्र) ने ट्रेन दुर्घटना की जांच करने के बजाय सीबीआई अधिकारियों को कोलकाता की 14-15 नगरपालिकाओं, शहरी विकास (विभागीय कार्यालयों) में भेज दिया है... वे हर जगह प्रवेश कर रहे हैं. क्या अब वे लोगों के शौचालयों में घुसेंगे? ये सब करने से आप (केंद्र) दुर्घटना के वास्तविक कारण को नहीं छिपा पाएंगे.”


केंद्रीय जांच एजेंसी ने नगर निकायों में भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में बुधवार को पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर छापेमारी की. बनर्जी पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा ओडिशा के बालासोर जिले में हुई ट्रेन दुर्घटना में मारे गए या घायल हुए राज्य के निवासियों के परिजनों को चेक और नियुक्ति पत्र सौंपने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रही थीं.


मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना में पश्चिम बंगाल के 103 लोग मारे गए थे और उनमें से अब तक 86 की पहचान की जा सकी है. उन्होंने यह भी कहा कि 172 को गंभीर चोटें आईं, जबकि 635 को मामूली चोटें आईं. उन्होंने इस घटना के जिम्मेदार लोगों को कठोर दंड देने की मांग की. इस ट्रेन दुर्घटना में कुल 288 लोग मारे गए और 1,200 से अधिक घायल हो गए.


(एजेंसी इनपुट के साथ)