Pulwama Terror Attack Anniversary: उमर और फारूक अब्दुल्ला नजरबंद, ट्वीट कर Omar ने कसा तंज
पुलवामा हमले की दूसरी बरसी पर उमर अब्दुल्ला ने परिवार समेत खुद को श्रीनगर में नजरबंद किए जाने का दावा किया है. उमर अब्दुल्ला ने अपनी कथित नजरबंदी पर ट्वीट करके सरकार पर तंज भी कसा है.
नई दिल्ली: पुलवामा हमले (Pulwama Terror Attack) की दूसरी बरसी पर जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) को श्रीनगर में उनके घर में बंद कर दिया गया है. उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करके ये दावा किया है.
यह नया जम्मू-कश्मीर है- उमर अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने ट्वीट में कहा,'अगस्त 2019 के बाद यह नया जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) है. हम बिना किसी स्पष्टीकरण के अपने घरों में बंद हो जाते हैं. यह काफी बुरा है कि उन्होंने मेरे पिता, जोकि सांसद हैं और मुझे हमारे घर में बंद कर दिया गया है. उन्होंने मेरी बहन और उसके बच्चों को भी घर में बंद कर दिया है.'
'आप आश्चर्यचकित हैं कि मैं अब तक नाराज हूं'
उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने दूसरे ट्वीट में तंज कसते हुए कहा, 'चलो, आपके लोकतंत्र के नए मॉडल का अर्थ है कि हम अपने घरों में बिना किसी स्पष्टीकरण के कैद कर दिए जाते हैं. लेकिन वो कर्मचारी जो घर में काम करते हैं, उन्हें अंदर आने की अनुमति नहीं दी जा रही है. बावजूद इसके आप आश्चर्यचकित हैं कि मैं अभी भी नाराज हूं.'
आज गुलमर्ग दौरे पर जा रहे थे उमर-फारूक
सूत्रों के मुताबिक फारूक अब्दुल्ला गांदरबल और उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) आज गुलमर्ग जा रहे थे. लेकिन पुलवामा हमले की दूसरी बरसी पर आतंकी खतरे को देखते हुए पुलिस ने उन्हें बाहर निकलने से रोक दिया.आतंकी खतरे को देखते हुए पुलिस ने उमर अब्दुल्ला के घर के सामने एक मोबाइल सिक्योरिटी व्हीकल खड़ा किया है. उमर अब्दुल्ला को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने पर 5 अगस्त 2019 को हिरासत में लिया गया था जिसके बाद उन्हें इस साल 24 मार्च को रिहा किया गया.
श्रीनगर पुलिस ने आरोपों को गलत बताया
उमर अब्दुल्ला के आरोपों पर श्रीनगर पुलिस (Srinagar Police) ने ट्वीट करके कहा,'आज लेथपोरा आतंकवादी घटना की दूसरी वर्षगांठ है.। प्रतिकूल सूचनाओं के कारण सभी वीआईपी व अन्य को अग्रिम सूचना दी गई थी कि वे आज दौरे की योजना न बनाएं.'
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महबूबा ने भी लगाया था नजरबंदी का आरोप
इससे पहले शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को भी कथित मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों में से एक अतहर मुश्ताक के परिजनों से मिलने के लिए पुलवामा जाने से रोक दिया गया था. महबूबा ने एक वीडियो पोस्ट करके कहा कि हमेशा की तरह उन्हें घऱ से बाहर निकलने से रोक दिया गया है.
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