Omicron Variant के 2 सबसे बड़े लक्षण, कोरोना के अन्य स्ट्रेन से बिल्कुल अलग; जानें कैसे करें बचाव
अगर आपको सिर्द दर्द और थकान हो रही तो आप जरा सावधान हो जाइए. क्योंकि यह ये दोनों कोरोना ओमिक्रॉन वैरिएंट के मुख्य लक्षण हैं. ऐसे में इन लक्षण के दिखते ही आपको अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए ताकी इस संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके.
नई दिल्ली: कोरोना के नए वैरिएंट 'ओमिक्रॉन' (Omicron variant Symptoms) से इस वक्त पूरी दुनिया जूझ रही है. वैसे तो कोरोना वायरस के कई वैरिएंट दुनिया में फैल चुके हैं. इससे पहले कोरोना का डेल्टा वैरिएंट लोगों की मुसीबत बढ़ा चुका है. ऐसे में इस वक्त तेजी से फैल रहे ओमिक्रॉन ने लोगों के लिए संकट पैदा कर दिया है. देश में बीते दिन तक आए आंकड़ों के मुताबिक, भारत में इस वक्त ओमिक्रॉन के 400 के पार मामले दर्ज हो चुके हैं. केंद्र सरकार भी बढ़ते मामलों के चलते अलर्ट हो गई है. संक्रमित राज्यों ने अपने यहां पर नाइट कर्फ्यू के साथ-साथ सख्त पाबंदी लगाई है. साथ ही सभी लोगों को एहतियात बरतने को कहा है. अब ऐसे में हमको यह जानना बेहद जरूरी है कि आखिर ओमिक्रॉन के लक्षण क्या है? यह कैसे फैलता है? इस वायरस के प्रसार को लेकर अलग-अलग प्रकार के दावे किए जा रहे हैं। ऐसे में इसके लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है.
शुरू में दो-तीन दिन रहता है सर्दी-जुकाम
शुरुआत में जब कोरोना वायरस देश में फैला था तो इसे आम लक्षण सर्दी-जुकाम बताया गया था, लेकिन ओमिक्रॉन में ऐसा कुछ भी ऐसा नहीं है। भले ही ओमिक्रॉन होने पर दो-तीन दिन सर्दी-जुकाम रहता है, लेकिन इसके दो मुख्य लक्षण होते हैं। पहले सिर्द दर्द और दूसरा थकान। तो ऐसे में हमको सिर्द दर्द और थकान होने पर सावधान होना होगा और जांच करानी चाहिए.
सिर्द और थकान के अलावा ओमिक्रॉन के ये मुख्य लक्षण
सिर्द दर्द और थकान (Headache and Fatigue) के अलावा भी ओमिक्रॉन के कई लक्षण है. माना जा रहा है कि यह वैरिएंट डेल्टा के जितना गंभीर तो नहीं है, लेकिन हां लापरवाही बिल्कुल भी बरती नहीं जा सकती है. ओमिक्रॉन के कुछ सामान्य लक्षणों में हल्का बुखार भी शामिल है, हालांकि जो अपने आप ठीक हो जाता है. इसे साथ अलावा गले में चुभन और शरीर में ज्यादा दर्द ओमिक्रॉन के खास लक्षण है. खास बात यह है कि कोरोना वायरस की तरह इस वैरिएंट में भी स्वाद और सुगंध जाने जैसे लक्षण शामिल नहीं है.
ओमिक्रान से कैसे करें बचाव
ओमिक्रान से बचने के लिए सबसे पहले तो कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाना बेहद आवश्यक है. इसके साथ सोशिल डिस्टेंसिग का पूरी तरह से पालन करना होगा. मास्क भी लगाए. हाथों को समय-समय पर सैनिटाइज करते रहें और कोई भी दिक्कत होने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें. ताकी इस वायरस के प्रसार को समय रहते कंट्रोल किया जा सके.