DNA Analysis: चीन और तुर्किये जैसे देशों को ये सोचना चाहिए कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान को हथियार देना. मतलब अपने लिए कब्र खोदना है. DNA में अब हम पाकिस्तान के उड़ते आतंकवाद की कब्र खोदेंगे.
Trending Photos
DNA Analysis: चीन और तुर्किये जैसे देशों को ये सोचना चाहिए कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान को हथियार देना. मतलब अपने लिए कब्र खोदना है. DNA में अब हम पाकिस्तान के उड़ते आतंकवाद की कब्र खोदेंगे. भारत और पाकिस्तान के बीच कंडिशनल सीजफायर भले हो गया हो. लेकिन उसके बाद भी पिछले दो दिनों का ट्रेंड यही कहता है कि भारत में हमला करने और दहशत फैलाने के लिए पाकिस्तान. अब ड्रोन टेररिज्म का इस्तेमाल कर रहा है.
यानी शाम ढलते ही वो हमारे बॉर्डर इलाकों में ड्रोन भेजता है. इनमें से कुछ ड्रोन खुफिया जानकारी के लिए और कुछ ड्रोन. हमले के मंसूबों के साथ भेजे जा रहे हैं। यानी ऑपरेशन सिंदूर से पहले तक पाकिस्तान. जमीन के रास्ते आतंकियों की घुसपैठ भारत में कराता था. और अब आसमान से ड्रोन भेजकर भारत पर आतंकी हमला करा रहा है. ड्रोन अटैक को आप सिर्फ ड्रोन अटैक की तरह नहीं देख सकते. ये एक टेरर अटैक है. और इसलिए हम पाकिस्तान के ड्रोन को उड़ता आतंकी कह रहे हैं. जैसा कि हमने पहले भी कहा है कि इसमें कोई दो राय नहीं कि हमारी सेना, पाकिस्तान के ड्रोन रूपी उड़ते आतंकियों को आसमान में ही ढेर कर रही है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या बॉर्डर पर ड्रोन टेरर. अब न्यू नॉर्मल है? क्या हमें इसकी आदत हो जानी चाहिए? हम चाहेंगे कि आपलोग भी इस सवाल पर आपस में बात करें. अपनी राय रखें. क्योंकि हमें इस उड़ते आतंकवादी को भारत की सीमा में आने से पहले ही रोकना होगा. ये नया खतरा है. ये नये तरह का आतंकवाद है. जिसे हमें आदत नहीं बनानी चाहिए बल्कि वॉर की तरह लेना चाहिए.
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि. पाकिस्तान ने भारत को नुकसान पहुंचाने के इरादे से कई खतरनाक ड्रोन भेजे. आपको सबसे पहले बताते हैं कि पाकिस्तान ने किन उड़ते आतंकियों को आसमान के रास्ते भारतीय सीमा में भेजा था.
पहला नाम है तुर्किये का बायकर YIHA III कामिकेज ड्रोन.
दूसरा- नाम है चीन का DJI Mavic 3 क्लासिक ड्रोन.
तीसरा- नाम है तुर्किए का सोंगर ड्रोन.
पाकिस्तान का चौथा उड़ता आतंकी है चीन का Burraq ड्रोन.
पांचवां- पाकिस्तान में बना शाहपर सीरीज ड्रोन.
छठा-पाकिस्तान में बना यूकाब सीरीज ड्रोन.
सातवां-पाकिस्तान में बना रेंजर टैक्टिकल UAV.
आठवां-पाकिस्तान में बना सरफिरोश कामिकेज ड्रोन.
नौवां-चीन में बनी PL-15 मिसाइल.
दसवां- आसमानी आतंकी था फतेह 2 मिसाइल.
हालांकि यहां, हम साफ कर देना चाहते हैं कि भारत पर हमले के लिए पाकिस्तान ने फतेह-2 और PL-15 मिसाइल का इस्तेमाल कंडिशनल सीजफायर से पहले किया था. लेकिन ड्रोन्स का इस्तेमाल उसके बाद. सीमापार से लगातार होता रहा. पाकिस्तान ने जिन आसमानी आतंकियों की फौज भारत के खिलाफ उतारी थी वो बेहद घातक थी. हम यहां आपको ये भी बताना चाहेंगे कि पाकिस्तान के आसमानी आतंकियों की मारक क्षमता 20 किलोमीटर से 400 किलोमीटर तक थी. ये आसमानी आतंकी 20 किलो से 500 किलो तक का बारूद लेकर उड़ सकते थे. मौजूदा दौर की लड़ाई में ड्रोन सबसे घातक हथियार बन गए हैं. ये आज के वॉरफेयर का न्यू नॉर्मल है. इन्हीं ड्रोन को पाकिस्तान ने अपना उड़ता आतंकी बना लिया है.
पाकिस्तान ने हमारे खिलाफ जो ड्रोन इस्तेमाल किए वो अटैकिंग ड्रोन थे. जिन्हें सेना की भाषा में आत्मघाती ड्रोन भी कहा जाता है. आत्मघाती इसलिए क्योंकि ये ड्रोन अपने टारगेट पर पहुंचकर खुद को ब्लास्ट से उड़ा देते हैं और टारगेट को तबाह कर देते हैं. भारत के खिलाफ पाकिस्तान ने सबसे ज्यादा तुर्किए में बने सोंगर ड्रोन का इस्तेमाल किया. सोंगर ड्रोन में 40 एमएम का ग्रेनेड लांचर होता है. 81 एमएम का मोर्टार होता है जो 35 मीटर के विस्फोट रेडियस के साथ विस्फोट करता है.
एक लेजर-गाइडेड मिनी-मिसाइल होती है जो 2 किलोमीटर दूर तक पहुंच सकती है. ये ड्रोन 45 किलो तक बारूद लेकर उड़ सकता है. सोशल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक सोंगर ड्रोन की कीमत करीब 20 लाख रुपए है. दिन और रात दोनों समय इस्तेमाल किया जाने वाला ये ड्रोन 5 किलोमीटर तक रियल टाइम वीडियो कैप्चर कर सकता है. यहां हम आपको ये जरूर बताना चाहेंगे कि पाकिस्तान के ड्रोन से हमारा कोई नुकसान नहीं हुआ. क्योंकि इन्हें हवा में ही मार गिराया गया.
जैसे पाकिस्तान के आतंकी संगठन में PoK से लेकर लाहौर तक के आतंकी शामिल हैं. वैसे ही पाकिस्तान के उड़ते आतंकियों की फौज में तरह-तरह के ड्रोन हैं. जिसकी सूची हमने आपको दिखाई भी. पाकिस्तान के पास बेरक्तार अकिन्सी ड्रोन भी है. ये 950 किलो तक का बारूद लेकर उड़ सकता है. पाकिस्तान का ये आसमानी आतंकी..हवा से ही क्रूज मिसाइल लॉन्च कर सकता है. एक अकिन्सी ड्रोन की कीमत भारतीय रुपए में करीब 10 करोड़ है.
इसके अलावा पाकिस्तान के पास तुर्किये का बेरक्तार TB 2 ड्रोन भी है . ये 150 किलो बारूद लेकर उड़ सकता है. इसमें गाइडेड बम लगाए जा सकते हैं. इस ड्रोन में लॉन्ग रेंज एंटी टैंक मिसाइल लगाया जा सकता है. एक बेरक्तार TB 2 ड्रोन की 20 लाख से 40 लाख तक है. पाकिस्तान के दोस्त चीन ने भी उसे ड्रोन दिया है.चीन का सीएच-4 ड्रोन भी पाकिस्तान के पास है. ये ड्रोन जासूसी और अटैकिंग दोनों काम में इस्तेमाल होता है. CH-4 ड्रोन 345 किलो बारूद लेकर उड़ सकता है. एक CH-4 ड्रोन की कीमत करीब 20 लाख से 40 लाख तक है.