कावेरी जल विवाद : पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत; भीड़ ने दर्जन भर वाहनों में लगाई आग, सिद्धारमैया ने की शांति की अपील
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कावेरी जल विवाद : पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत; भीड़ ने दर्जन भर वाहनों में लगाई आग, सिद्धारमैया ने की शांति की अपील

कावेरी नदी से जल छोड़ने को लेकर कर्नाटक में जारी विवाद और हिंसा के बीच पुलिस की गोलीबारी में सोमवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। गुस्सायी भीड़ ने तमिलनाडु के पंजीकरण वाली कम से कम 30 बसों और ट्रकों में आग लगा दी। देश की आईटी राजधानी में बढ़ते तनाव और हिंसा को देखते हुए राज्य सरकार ने बेंगलुरु शहर में धारा 144 लगा दी है। 

कावेरी जल विवाद : पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत; भीड़ ने दर्जन भर वाहनों में लगाई आग, सिद्धारमैया ने की शांति की अपील

बेंगलुरु : कावेरी नदी से जल छोड़ने को लेकर कर्नाटक में जारी विवाद और हिंसा के बीच पुलिस की गोलीबारी में सोमवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। गुस्सायी भीड़ ने तमिलनाडु के पंजीकरण वाली कम से कम 30 बसों और ट्रकों में आग लगा दी। देश की आईटी राजधानी में बढ़ते तनाव और हिंसा को देखते हुए राज्य सरकार ने बेंगलुरु शहर में धारा 144 लगा दी है। 

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने राज्य के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने तमिलनाडु से कन्नड़ लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है।

तमिलनाडु को कावेरी जल छोड़ने को लेकर आदेश में उच्चतम न्यायालय द्वारा संशोधन और पड़ोसी राज्य में कर्नाटक के लोगों पर कथित हमले की खबरों के बाद हिंसा हुई जिससे शहर में दहशत का आलम रहा। शहर की स्थिति सामान्य होने तक निषेधाज्ञा लगाई गई है। प्रदर्शनकारियों ने तमिलनाडु के पंजीकरण वाली बसों और ट्रकों तथा इस राज्य से जुड़ी दुकानों तथा प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की। इस हिंसा में एक ट्रैवल कंपनी डिपो सबसे ज्यादा प्रभावित हुई जिसकी कई बसों को आग के हवाले कर दिया गया।

आगजनी की घटनाएं ऐसे समय हुई जब पुलिस ने कहा कि उसने 15 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती करके पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की है तथा कर्नाटक प्रदेश रिजर्व पुलिस, शहर आम्र्ड रिजर्व पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स, क्विक रिएक्शन टीम, विशेष बल, सीआईएसएफ और आईटीबीपी के जवान मोर्चा संभाल रहे हैं।

कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि सरकार को प्रदर्शन इस हद तक जाने की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद थी कि अगर फैसला हमारे खिलाफ जाता है तो थोड़ा प्रदर्शन होगा लेकिन इस हद तक जाने की उम्मीद नहीं थी। यह सभी ‘हिट एंड रन’ जैसी चीजें हैं जहां 20-30 लोग एकजुट होकर वहां प्रदर्शन कर रहे हैं जहां पुलिस नहीं है और फिर अचानक भाग जाते हैं।’’ उन्होंने कहा कि स्थिति को काबू में किया जा रहा है और 200 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

उन्होंने कहा कि बलों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है, विशेषकर जहां तमिलनाडु के लोग और प्रतिष्ठान हैं। मंत्री ने कहा कि हम सर्वोच्च स्तर का ऐहतियात बरत रहे हैं। हमें केन्द्रीय बलों की 10 कंपनियां मिली हैं। हमने और का आग्रह किया है।

तमिलनाडु में अपने राज्य के वाहनों तथा कन्नड़ लोगों की संपत्ति पर कथित हमलों तथा शीर्ष अदालत के संशोधित आदेश पर गुस्सा निकालते हुए कर्नाटक के बेंगलुरू, मांड्या, मैसूरू, चित्रदुर्गा और धारवाड़ जिलों में भी कन्नड़ कार्यकर्ताओं ने पड़ोसी राज्य के पंजीयन वाले ट्रकों पर पथराव किया या उन्हें आग के हवाले कर दिया। उच्चतम न्यायालय ने पांच सितंबर के आदेश में संशोधन करते हुए कर्नाटक से कहा कि 20 सितंबर तक तमिलनाडु के लिए वह कावेरी नदी से कम मात्रा में यानी 12,000 क्यूसेक पानी छोड़े।

इससे पहले पांच सितंबर के अपने आदेश में न्यायालय ने तमिलनाडु के किसानों की दयनीय हालत के मद्देनजर कर्नाटक को निर्देश दिया था कि अपने पड़ोसी राज्य के लिए अगले दस दिन तक 15,000 क्यूसेक पानी छोड़े। लेकिन इसका कन्नड़ समर्थक संगठनों और किसानों ने कड़ा विरोध किया था। इसी मुद्दे पर नौ सितंबर को कर्नाटक बंद का आयोजन किया गया था।

मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कावेरी विवाद से पैदा स्थिति पर चर्चा के लिए मंगलवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई है।

तोड़फोड़ और आगजनी की खबरों के बीच, कार्यालय वाले लोग वापस अपने घर लौट आए और कई कंपनियों ने ऐहतियाती कदम उठाते हुए काम बंद कर दिया तथा स्कूलों और कालेजों ने छुट्टी घोषित कर दी गयी। मेट्रो ने भी अस्थायी रूप से सेवाएं निलंबित रहीं।

सिद्धरमैया ने जयललिता को पत्र लिख राज्य में कन्नड़भाषी लोगों और उनकी संपत्ति की रक्षा के लिए पर्याप्य सुरक्षा उपाय करने के लिए कहा। यहां संवाददाताओं से उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर वे केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात करेंगे।

उधर, शहर में एक महिला टेलीविजन पत्रकार तथा उनके कैमरामैन पर हिंसा के दौरान हमला किया गया।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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