केरल में बारिश से हाल बेहाल, पलक्कड़ में भूस्खलन से पांच लोगों की मौत
Advertisement

केरल में बारिश से हाल बेहाल, पलक्कड़ में भूस्खलन से पांच लोगों की मौत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  गुरुवार को रक्षा मंत्रालय से केरल में राहत और बचाव अभियान और तेज करने को कहा है. राज्य में बाढ़ की भीषण स्थिति बनी हुई है. 

मोदी ने बुधवार शाम विजयन से कहा था कि केंद्र सरकार केरल के साथ मजबूती से खड़ी है. (फोटो-एएनआई)

तिरुवनंतपुरम/कोच्चि: केरल के पलक्कड़ जिले में गुरुवार (16 अगस्त) भूस्खलन से पांच लोगों की मौत हो गई. राज्य में मूसलाधार बारिश के कारण दक्षिण रेलवे और कोच्चि मेट्रो ने परिचालन निलंबित कर दिया जिससे मध्य केरल के कई हिस्सों में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली चरमरा गयी. पलक्कड़ जिला पुलिस के सूत्रों ने बताया कि नेनमारा में पांच लोगों की मौत हो गई जबकि दो लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया. अब बारिश के कारण मरने वाले लोगों की संख्या 72 हो गई है. 

सूत्रों ने बताया कि त्रिशूर जिले से भूस्खलन की खबर आई है और इसमें कुछ लोगों के लापता होने की खबर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  गुरुवार को रक्षा मंत्रालय से केरल में राहत और बचाव अभियान और तेज करने को कहा है. राज्य में बाढ़ की भीषण स्थिति बनी हुई है. 

प्रधानमंत्री ने गुरुवार (16 अगस्त) सुबह केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से भी बातचीत की. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, 'हमने राज्य में बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की और रक्षा मंत्रालय से राज्य में राहत और बचाव अभियान को तेज करने को कहा है. केरल के लोगों की सुरक्षा और बेहतरी के लिए मैं प्रार्थना कर रहा हूं.' 

ये भी पढ़ें: केरल में बाढ़ से हालात अस्त-व्यस्त, कोच्चि में मेट्रो सेवा का परिचालन बंद

मोदी ने बुधवार शाम विजयन से कहा था कि केंद्र सरकार केरल के साथ मजबूती से खड़ी है और हर संभव सहायता पहुंचाने के लिए तैयार है. मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से राज्य में बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की और केंद्र से बचाव अभियान और राहत में अधिक मदद मांगी. लगातार हो रही बारिश के कारण पेरियार नदी में जलस्तर बढ़ गया है और मुल्लापेरियार, चेरुतोनी, इडुक्की जलाशय और इदामालयार सहित सभी प्रमुख बांधों के सभी फाटक खोल दिये गये हैं. इसके कारण निचले इलाकों में रहने वाले लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है.

बाढ़ से कोच्चि शहर में परिवहन व्यवस्था प्रभावित हुई है. दक्षिण रेलवे के एक प्रवक्ता ने आज तड़के एक बयान में कहा कि अंगमाली और अलुवा के बीच डाउनलाइन पर पुल नंबर 176 पर जलस्तर बढ़ने के कारण इस पुल पर सेवा बंद कर दी गयी है. कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड (केएमआरएल) ने अलुवा के निकट मट्टम में अपने यार्ड के बाढ़ के पानी में डूबे जाने के बाद आज सुबह अपना परिचालन बंद कर दिया.

सूत्रों ने बताया कि 1.5 लाख से ज्यादा लोगों को 1,067 राहत शिविरों में भेजा गया है. सेना की एक टुकड़ी कल शाम रन्नी, कोझहेनचरी और अरनमुला में राहत एवं बचाव कार्य के लिए राज्य की राजधानी पहुंच गई है. कोचिन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने शनिवार तक के लिए सभी उड़ानें रद्द करने की कल शाम घोषणा की थी क्योंकि हवाई अड्डा क्षेत्र में पानी प्रवेश कर गया था. रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि मध्य और दक्षिणी केरल में हजारों की संख्या में लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं और वह नौसेना से मदद की गुहार लगा रहे हैं. 

Trending news