मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह, 10 मंत्री, आठ मुख्य संसदीय सचिव, विधानसभा के उपाध्यक्ष जगत सिंह नेगी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता प्रेम कुमार धूमल और 10 से अधिक ज्यादा पूर्व मंत्री समेत अन्य उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.
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नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे 18 दिसंबर को आने हैं, लेकिन भारतीय जनती पार्टी (भाजपा) अभी से अपनी जीत के लिए आश्वस्त नजर आ रही है. भाजपा मीडिया सेल के प्रभारी अनिल बलूनी ने चुनाव में भाजपा की जीत को तय मानते हुए कहा कि पार्टी को 60 सीटें मिलेंगी, जबकि अन्य पार्टियों को 8 सीटों में ही बंटवारा करना पड़ेगा. समाचार एजेंसी एएनआई से बलूनी ने कहा, 'हिमाचल प्रदेश में जनता कह रही है भाजपा 60 में बाकी सब 8 में, इसका मतलब है कि कांग्रेस को सिंगल डिजिट में वोट मिलेंगे.' हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिये मतदान समाप्त होने के बीच भाजपा ने ने दावा किया कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस इकाई अंक में सिमट जायेगी.
People in #HimachalPradesh are saying ' BJP 60 mein baaki sab 8 mein', which means Congress will go down to single digits: Anil Baluni,BJP Media Cell Chief pic.twitter.com/kRFrfWj1jZ
— ANI (@ANI) November 9, 2017
भाजपा प्रवक्ता अनिल बलूनी ने कहा कि लोगों ने अपना जनादेश दे दिया है. मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व वाला पांच वर्षो का भ्रष्ट शासन समाप्त होने जा रहा है. हमें 60 से अधिक सीटें प्राप्त होंगी और कांग्रेस इकाई अंक में सिमट जायेगी.
वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में गुरुवार (9 नवंबर) को विधानसभा चुनाव में शाम पांच बजे तक 74 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. चुनाव आयोग ने मतदान के इस स्तर को पिछले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में हुये मतदान से अधिक बताया. उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने नई दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों पर सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक हुआ मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा. सक्सेना ने कहा कि शाम पांच बजे मतदान खत्म होने तक 74 प्रतिशत मतदान हुआ था.
उन्होंने कहा कि साल 2012 में हुये विधानसभा चुनाव में 73.51 प्रतिशत मतदान हआ था, जबकि साल 2014 में लोकसभा चुनाव में राज्य के 64.45 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. सक्सेना ने कहा कि राज्य में हुये मतदान के दौरान कहीं से भी किसी भी तरह की हिंसा या अप्रिय घटना की कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की गयी है.
मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह, 10 मंत्री, आठ मुख्य संसदीय सचिव, विधानसभा के उपाध्यक्ष जगत सिंह नेगी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता प्रेम कुमार धूमल और 10 से अधिक ज्यादा पूर्व मंत्री समेत अन्य उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.
मुख्यमंत्री सिंह के नेतृत्व में सत्तारूढ़ कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री धूमल की अगुवाई में भाजपा सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बसपा 42 सीट पर, इसके बाद माकपा 14 सीट पर, स्वाभिमान पार्टी और लोक गठबंधन पार्टी छह-छह सीटों पर और भाकपा तीन सीटों पर मैदान में है. इसके साथ ही 112 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं.
सबसे अधिक 12 उम्मीदवार धर्मशाला में चुनाव मैदान में हैं. मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री धूमल दोनों ने अपनी सीटें बदली हैं. कांग्रेस नेता जहां अर्की से वहीं भाजपा नेता सुजानपुर से लड़ रहे हैं.
(इनपुट एजेंसी से भी)