नई दिल्ली: ZEE NEWS WORLD EXCLUSIVE में बड़ी खबर ये है कि चीन के खिलाफ भारतीय सेना की अंडमान में बड़ी तैयारी है. गलवान के बाद भारत ने चीन के खिलाफ समंदर में मोर्चा खोल दिया है. भारतीय नौसेना ने PLA पर नजर रखने के लिए P8i एयरक्राफ्ट अंडमान में तैनात कर दिया है. हिंद महासागर में चीन के खिलाफ चौकसी बढ़ा दी है.  


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दूसरी बड़ी खबर चीन के लिए और भी ज्यादा परेशानी बढ़ाने वाली है. ZEE NEWS WORLD EXCLUSIVE में दूसरी बड़ी खबर ये है कि साउथ चाइना सी में अमेरिका ने 2 एयरक्राफ्ट करियर तैनात कर दिए हैं. अमेरिका ने USS रोनाल्ड रीगन और USS निमित्ज़ को उतारा है और वहां अमेरिकी नौसेना का युद्धाभ्यास जारी है. ये चीन के समुद्री विस्तारवाद पर लगाम लगाने के लिहाज से बहुत बड़ी खबर है. 


दक्षिण चीन समुद्र में अमेरिका के 2 एयरक्राफ्ट करियर मौजूद हैं. अमेरिका ने USS रोनाल्ड रीगन और USS निमित्ज़ को उतारा है. USS रोनाल्ड रीगन सबसे बड़े एयरक्राफ्ट करियर में से एक है. दक्षिण चीन समुद्र में अमेरिकी नौसेना का युद्धाभ्यास जारी है. दक्षिण चीन समुद्र में अमेरिकी नौसेना के 4 और युद्धपोत मौजूद हैं.


दक्षिणी चीन सागर में चीन की बढ़ती दादागिरी का अमेरिकी नौसेना ने जवाब दिया है. अमेरिकी नौसेना ने दिन और रात दोनों ही समय में युद्धाभ्‍यास करके चीन को सख्त संदेश दिया है. यूएस नेवी के लेफ्टिनेंट कमांडर शॉन ब्रोफी ने इस बारे में जानकारी दी है. ब्रोफी ने बताया कि अमेरिका दक्षिण चीन सागर में स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत महासागर के समर्थन में है. अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत यूएसएस निमित्ज और यूएसएस रोनाल्ड रीगन इस इलाके में ड्यूअल कैरियर ऑपरेशन संचालित कर रहे हैं. 



 


समुंदर में चीन की घेराबंदी 
चीन की असली घेराबंदी दक्षिण पूर्व एशिया के देशों से ही होगी. अमेरिका ने इस इलाके में खासतौर पर वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया और  फिलीपींस जैसे देशों का नाम लिया है. ये वो देश हैं, जिनके साथ दक्षिण चीन सागर में चीन का विवाद चल है. चीन इन देशों को आए दिन सैन्य ताकत दिखाकर धमकाता रहता है. इसमें फिलीपींस के साथ अमेरिका का वर्ष 1988 से समझौता है, जिसमें अमेरिकी युद्धपोतों को फिलीपींस में बिना किसी रुकावट के एंट्री मिलती है. 


चीन के खतरे के बीच वियतनाम फिर से अमेरिका के करीब आ गया है और उसे अपने समुद्री तटों की रक्षा के लिए अमेरिकी नौ सेना से सहयोग मिल रहा है. इंडोनेशिया और मलेशिया के साथ भी अमेरिका का रक्षा सहयोग लगातार बढ़ रहा है. ताइवान के खिलाफ तो चीन ने खुलेआम सैन्य आक्रामण की धमकी दी थी और अपने लड़ाकू विमान भी भेज दिए थे, उधर एशिया पैसिफिक इलाके में चीन और उसके दोस्त उत्तर कोरिया से निपटने के लिए दक्षिण कोरिया और जापान में अमेरिका के सैन्य अड्डे पहले से ही मौजूद हैं.