Pahalgam Attack: पहलगाम हमले को लेकर देशभर में आक्रोश है. पब्लिक सेंटिमेंट्स हाई हैं फिर भी कांग्रेस नेता लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं, जिससे लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं. कुछ बुद्धिजीवियों ने भी यही किया तो पाकिस्तान उनके बयान अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश करने लगा तो बीजेपी ने एक बार फिर कांग्रेस को पाकिस्तान की पसंदीदा पार्टी बता दिया.
Trending Photos
Pahalgam attack and Congress leaders reactions : पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पूरे देशभर में आक्रोश है. पब्लिक सेंटिमेंट्स आल टाइम हाई हैं. इसके बावजूद कुछ लोग ऐसे बयान दे रहे हैं जिनका इस्तेमाल पाकिस्तान अपने पक्ष में भुनाने और भारत को झूठा साबित करने के लिए कर रहा है. हालांकि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर विदेश नीति के कथित एक्सपर्ट बयानवीर पुरुषों और महिलाओं से इतर जब भी किसी नेता का बयान आता है तो वो वायरल हो जाता है.
कांग्रेस नेताओं का सेल्फ गोल!
पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया फिर उनके कैबिनेट मंत्री आरबी तिम्मापुर (RB Timmapur) ने कुछ ऐसा कहा है कि लोग नाराजगी जताते हुए प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कर्नाटक के मंत्री आरबी तिम्मापुर ने दावा किया कि उन्हें नहीं लगता कि किसी आतंकवादी ने गोली चलाने से पहले पीड़ित का धर्म पूछा होगा, सोचिए क्या ऐसा करना व्यावहारिक है. उन्होंने ये भी कहा कि ऐसा दावा करने वाले जीवित बचे शख्स ने थोड़ा नियंत्रण खो दिया होगा.
आपको बताते चलें कि उस भयानक पहलगाम आतंकवादी हमले में आतंकवादियों की गोलियों का निशाना बनने से बच गए कई लोगों ने कहा था कि आतंकवादियों ने मंगलवार को 26 लोगों की हत्या करने और कई अन्य को घायल करने से पहले उनके धर्म के बारे में पूछा था. कांग्रेस के नेता इस बात का ऐसा काउंटर कर रहे हैं, मानो वो खुद वहीं मौके पर मौजूद थे, यही वजह है कि बीजेपी कांग्रेस को घेरते हुए एक बार फिर से कांग्रेस को पाकिस्तान की फेवरेट पार्टी यानी पाकिस्तान परस्त बता रही है.
धर्म पूछकर गोली नहीं मारी होगी...
कर्नाटक के आबकारी मंत्री ने मीडिया से कहा, 'एक बंदा जो गोली चला रहा है, क्या वह जाति या धर्म पूछेगा? वो तो बस गोली चलाएगा और निकल लेगा. व्यावहारिक रूप से सोचें. वह वहां खड़ा होकर नहीं पूछेगा, पूछेगा और फिर गोली चला देगा. शराब विभाग के मंत्री ने कहा कि देश पर्यटकों पर हुए जघन्य हमले से परेशान है. इसी दौरान हमले को धार्मिक मुद्दे के रूप में चित्रित करने के लिए साजिश रची जा रही है. मुझे लगता है कि जब वे आतंकवादी हमला कर रहे थे, तब उन्होंने धर्म के बारे में नहीं पूछा होगा. अगर उन्होंने पूछा होता, तो धर्म के आधार पर मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए इस तरह के बयान का उपयोग करने का यह पागलपन नहीं होना चाहिए.'
पब्लिक सेंटिमेंट्स की अनदेखी कर रहे कांग्रेस नेता?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तिम्मापुर ने कहा, 'कर्नाटक के मारे गए व्यापारी मंजूनाथ की पत्नी पल्लवी ने कहा था कि उनके बेटे को मुसलमान ने बचाया. देखिए, मुमकिन है कि ट्रेजिडी के कारण धर्म पूछने वाली बात कहने वालों के दिमाग ने थोड़ा नियंत्रण खो दिया होगा. आप मुझसे पूछें, तो मुसलमानों को आतंकवादियों ने क्यों मारा? तो मैं कहूंगा कि कुल मिलाकर आपको ये देखना चाहिए कितने मुसलमानों ने हिंदुओं को बचाया होगा.'
हमलावर हुई बीजेपी
आपको बताते चलें कि इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा था कि पहलगाम हमले के बाद युद्ध की जरूरत नहीं है. यानी पहलगाम हमले को लेकर ये कर्नाटक सरकार से जुड़ा दूसरा विवाद था जो सिद्धारमैया के मंत्री आरबी तिम्मापुर के बयान से पैदा हुआ. शनिवार को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था कि वह पाकिस्तान के साथ 'युद्ध के पक्ष में नहीं हैं.' हालांकि बाद में मुख्यमंत्री ने अपने बयान पर सफाई दी, लेकिन भाजपा ने उनकी आलोचना की और विपक्ष के नेता ने उन्हें 'पाकिस्तान रत्न' तक कह दिया था.
पहलगाम हमले पर पूरा देश एकसुर में आतंकिस्तान यानी पाकिस्तान का फन कुचलने की मांग कर रहा है. जनता में जबरदस्त आक्रोश है, ऐसे में कर्नाटक के कांग्रेस नेताओं द्वारा पब्लिक सेंटिमेंट्स की सिलसिलेवार अनदेखी करना संयोग है या नया सियासी प्रयोग? ये फिलहाल साफ नहीं हो सका है.