Pakistan News: पाकिस्तान में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया का एक बयान इतना वायरल हुआ कि बीजेपी ने उन्हें 'पाकिस्तान रत्न' बता दिया. जिसके बाद उनकी बयान पर सफाई आई है. क्या कहा था कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने आइए बताते हैं.
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Pahalgam Attack India Pakistan War : पहलगाम हमले के बाद 140 करोड़ देशवासी एकजुट होकर पाकिस्तान से बदला लेने की मांग कर रहे हैं. वहीं चंद मुठ्ठीभर लोग ऐसे भी हैं, जिनके बयान को ढाल बनाकर पाकिस्तान का मीडिया भारत की कूटनीतिक कोशिशों की काट निकालने की नाकाम कोशिशें कर रहा है. भारत में अभिव्यवक्ति की आजादी के नाम पर कुछ लोग बयानवीर बनकर घूम रहे हैं. हालांकि ऐसे लोगों को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है.
कुछ ऐसे ही मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का वो बयान जिसमें उन्होंने कहा था - 'युद्ध की जरूरत नहीं' उसे पाकिस्तानी मीडिया में खूब चलाया जा रहा है. उनका बयान एक मोबाइल फोन से दूसरे मोबाइल फोन में घूमते हुए वायरल हो रहा है. सिद्दारमैया का बयान टीवी न्यूज़ चैनलों के अलावा यू-ट्यूबर्स भी दिखा रहे हैं. लिहाजा बीजेपी को एक बार फिर कांग्रेस पर हमला बोलने का मौका मिल गया. बीजेपी ने कांग्रेस को तुष्टिकरण करने वाली और पाकिस्तान की मददगार पार्टी बताया है.
सिद्दारमैया 'पाकिस्तान रत्न' : बीजेपी
सिद्धारमैया ने पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले को लेकर कहा था कि इस हमले ने साफ कर दिया है कि खुफिया इनपुट में गंभीर खामियां थीं. आतंकी हमले पर भारत की प्रतिक्रिया के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए सिद्दारमैया ने कहा था कि युद्ध की कोई जरूरत नहीं है. हालांकि उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया था कि सीमा पर सख्त और प्रभावी सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए.
बीजेपी ने घेरा तो आई सफाई
सिद्धारमैया ने पाकिस्तान के साथ युद्ध के खिलाफ अपने बयान पर उठे विवाद के बाद रविवार को स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि पूरे देश में शांति कायम होनी चाहिए. लोगों की सुरक्षा के लिए केंद्र को सुरक्षा मजबूत करनी चाहिए. भारतीय जनता पार्टी द्वारा सिद्धारमैया की टिप्पणी के बारे में पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्टों की ओर इशारा करने और उन्हें ‘पाकिस्तान रत्न’ कहने के बाद, कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने रविवार को स्पष्टीकरण जारी किया.
I have observed the debates and discussions, both for and against, surrounding the statement I made about war.
War should always be a nation's last resort — never the first, nor the only option. Only when every other means to defeat the enemy has failed, should a country be…
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) April 27, 2025
युद्ध हमेशा अंतिम विकल्प!
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा- युद्ध हमेशा राष्ट्र का अंतिम विकल्प होना चाहिए. कभी भी पहला या एकमात्र विकल्प नहीं. पाकिस्तान आज एक टूटता हुआ, दिवालिया, बीमार और कमजोर देश है उनके पास खोने के लिए बहुत कम बचा है। इसके विपरीत, भारत विश्व व्यवस्था में एक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है और इसलिए, हमें समझदारी और सावधानी से आगे बढ़ना होगा।
उन्होंने केंद्र सरकार से सबसे पहले उन कमियों को ठीक करने और ये सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि भविष्य में ऐसे आतंकवादी हमलों की त्रासदी न दोहराई जा सके.
उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार ने पहले ही कुछ कूटनीतिक कदम उठाए हैं, जिसमें सिंधु जल संधि पर फिर से विचार करना शामिल है. ऐसे कदम का हम तहे दिल से स्वागत करते हैं. हमें विश्वास है कि और भी कठोर कदम उठाए जाने वाले हैं. हर कदम को दुनिया को प्रसारित करने की जरूरत नहीं है; निश्चिंत रहें, राष्ट्र उठाए गए हर मजबूत और निर्णायक कदम के पीछे पूरी तरह से एकजुट है. कुछ शरारती तत्व देश में नफरत और विभाजन फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे शांति और एकता में खलल पड़ रहा है'.
उन्होंने सरकार से ऐसी ताकतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है.
बीजेपी ने साझा किया पुराना वीडियो
बीजेपी की कर्नाटक इकाई के प्रमुख बीवाई विजयेंद्र ने एक वीडियो क्लिप साझा करते हुए 1960 में 'सिंधु जल संधि' पर हस्ताक्षर करने के समय रावलपिंडी में जवाहरलाल नेहरू के स्वागत का जिक्र किया. उन्होंने लिखा- सीमा पार से वज़ार-ए-आला सिद्धारमैया के लिए बहुत-बहुत जयकार! पाकिस्तानी मीडिया सिद्धारमैया की तारीफ कर रहा है. पाकिस्तान के साथ युद्ध के खिलाफ उनकी टिप्पणियों से लोगों को निराशा हुई है. नेहरू को रावलपिंडी की सड़कों पर खुली जीप में घुमाया गया था, क्योंकि पाकिस्तान सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए उनसे खुश था, क्योंकि वो संधि पाकिस्तान के पक्ष में थी. अब क्या सिद्धारमैया भारत के अगले राजनेता होंगे जिन्हें पाकिस्तान में खुली जीप में घुमाया जाएगा'? कर्नाटक के विपक्ष के नेता आर अशोक ने एक कदम आगे बढ़कर सिद्धारमैया को सीधे 'पाकिस्तान रत्न' ही बता दिया था.