India Action against Pakistan after Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार एक्शन में है और अब तक पाकिस्तान के खिलाफ सात कदम उठाए हैं. बता दें कि 22 अप्रैल को हुए इस हमले में आतंकियों ने 26 लोगों को मार दिया था. इसके बाद भारत सरकार ने हमले के पाकिस्तान कनेक्शन पर चर्चा के बाद गुरुवार (23 अप्रैल) को पांच एक्शन की घोषणा की थी. इसके बाद शुक्रवार को दो और कार्रवाइयों की घोषणा की गई है. भारत के एक्शन के बिलबालाए पाकिस्तान ने गीदड़ भभकी देना शुरू कर दिया है. पाकिस्तान की इस गीदड़ भभकी पर सरकार ने साफ कर दिया है कि भारत इससे डरने वाला नहीं है.
- भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. सरकार ने कहा कि यह संधि तब तक निलंबित रहेगी, जब तक पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं कर देता.
- भारत ने एकीकृत चेक पोस्ट अटारी को बंद कर दिया है. जिन लोगों ने अनुमोदन के साथ सीमा पार की है, उन्हें 1 मई से पहले उस मार्ग से लौटने की अनुमति है.
- सरकार ने अब पाकिस्तानी नागरिकों को SAARC वीजा छूट योजना (SVES) वीजा के तहत भारत आने की अनुमति नहीं दी है. पाकिस्तानी नागरिकों को पहले जारी किए गए SVES वीजा रद्द कर दिए गए हैं. साथ ही, SVES वीजा रखने वाले सभी पाकिस्तानियों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने के लिए कहा गया है.
- नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित घोषित कर दिया गया और उन्हें देश छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया. भारत ने यह भी घोषणा की कि वह इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा कर्मचारियों को वापस बुलाएगा.
- भारत ने कहा कि वह उच्चायोगों की कुल संख्या को वर्तमान 55 से घटाकर 30 कर देगा और यह 1 मई तक की जाएगी.
- सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. इसके साथ ही भारत ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने के लिए कहा है. हालांकि, जिन लोगों के पास मेडिकल वीजा है, वे केवल 29 अप्रैल तक ही भारत में रह सकते हैं.
- सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने अटारी, हुसैनीवाला और पंजाब के सादकी में रिट्रीट समारोह के दौरान औपचारिक प्रदर्शन को काफी हद तक छोटा करने का
कम करने का एक सुनियोजित निर्णय लिया है. प्रमुख बदलावों में भारतीय गार्ड कमांडर और समकक्ष गार्ड कमांडर के बीच प्रतीकात्मक हाथ मिलाने को निलंबित करना शामिल है. समारोह के दौरान गेट बंद रहेंगे. बीएसएफ ने कहा कि यह कदम सीमा पार शत्रुता पर भारत की गंभीर चिंता को दर्शाता है और इस बात की पुष्टि करता है कि शांति और उकसावे एक साथ नहीं रह सकते.