Jammu-Kashmir Attack: प्रधानमंत्री ने इसे घृणित बताते हुए आतंकियों को चेतावनी दी है कि उनको बख्शा नहीं जाएगा. पहलगाम श्रीनगर से 90 किलोमीटर दूर है. यह टूरिस्ट्स के पसंदीदा स्पॉट्स में से एक है.
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Pahalgam Attack: मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों के खून से होली खेली. आधिकारिक तौर पर 16 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, जिसमें नेवी अफसर भी शामिल है. हालांकि सूत्र मरने वालों का आंकड़ा 26 तक बता रहे हैं. लेकिन एक परिवार महज 20 मिनट के अंतर से इस अटैक से बच गया. पहलगाम आतंकी हमला बीते कई वर्षों में दिल दहला देने वाला अटैक है.
'पीछे मुड़कर नहीं देखा'
प्रधानमंत्री ने इसे घृणित बताते हुए आतंकियों को चेतावनी दी है कि उनको बख्शा नहीं जाएगा. पहलगाम श्रीनगर से 90 किलोमीटर दूर है. यह टूरिस्ट्स के पसंदीदा स्पॉट्स में से एक है. इस हमले में बचने वाले एक शख्स ने बताया, 'यह घटना तब हुई जब हम घटनास्थल से निकले ही थे. हमें काफी देर तक गोलीबारी की आवाजें सुनाई देती रहीं. हर कोई उस जगह से भागने की कोशिश कर रहा था. हम घटनास्थल से 20 मिनट की दूरी पर थे. हमने पीछे मुड़कर नहीं देखा क्योंकि हम बस वहां से भागना चाहते थे.'
#WATCH | Anantnag, J&K | A tourist couple from Maharashtra's Nagpur who were present at the spot of the terrorist attack on tourists in Pahalgam, say, "This incident happened when we had just left the place of the incident. We could hear the sound of firing for a long time.… pic.twitter.com/yXF3JLnSMz
— ANI (@ANI) April 22, 2025
उन्होंने आगे बताया, एग्जिट गेट बहुत ही छोटा था, सिर्फ 4 फीट. और वहां काफी लोग थे. मैं अपनी पत्नी और बेटे की सिक्योरिटी के लिए चिंतित था. मेरी पत्नी के पैर में फ्रैक्टर हुआ है. ' अस्पताल के बेड पर लेटी महिला ने बताया कि लोग चिल्लाने लगे फायरिंग हो रही है और भागने लगे. महिला ने कहा, 'लोगों ने कहा कि वहां फायरिंग हो रही है. भागो यहां से. लोग पीछे से आ रहे थे और धक्का दे रहे थे. वे पीछे नहीं देख रहे थे. वहां बच्चे भी थे. हमें बाहर निकलने में मुश्किल हो रही थी.'
'मुझे लगा कि वे मर चुके हैं'
एक टूर गाइड ने एएफपी को बताया कि वह गोलियों की आवाज सुनकर घटनास्थल पर पहुंचा और कुछ घायलों को घोड़े पर बिठाकर ले गया. वहीद ने कहा, "मैंने देखा कि कुछ लोग जमीन पर पड़े थे और लग रहा था कि वे मर चुके हैं."
इस घटना पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा,'यह हाल के वर्षों में नागरिकों पर किए गए किसी भी हमले से कहीं बड़ा है.' उन्होंने कहा, 'हमारे मेहमानों पर यह हमला घृणित है. इस हमले के अपराधी जानवर, अमानवीय और घृणा के पात्र हैं.'
इस हमले के बाद सऊदी अरब में मौजूद पीएम मोदी ने अमित शाह को फोन किया और उन्हें घटनास्थल पर जाने के लिए कहा. जिसके बाद गृह मंत्री रात 9 बजे के बाद श्रीनगर पहुंचे और आला अधिकारियों के साथ बैठक की.