Pahalgam Terror Attack Latest News in Hindi: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पिछले 72 घंटों में भारत के ताबड़तोड़ कदमों से पाकिस्तान में हड़कंप है. सीमा पर उड़ान भरते लड़ाकू विमानों से शहबाज सरकार घबराई है. पानी और वीजा रोकने जैसे भारत के फैसलों से तिलमिलाए पाकिस्तान ने भारत के यात्री विमानों के हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है. दहशत इतनी है कि पाकिस्तान ने सीमा पर अपने सैनिकों से बंकरों में ही रहकर निगरानी करने को कहा है. उसके अंदर सर्जिकल स्ट्राइक जैसी दहशत साफ है. पढ़ें 10 बड़े अपडेट्स...
- सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी आज जम्मू-कश्मीर का दौरा करने वाले हैं. द्विवेदी 15 कोर कमान में सुरक्षा समीक्षा करेंगे. पहलगाम की बैसरन घाटी जाएंगे, जहां आतंकियों ने हमला किया. भारत की आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की धमकी के बीच सेना प्रमुख का यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है.
- पाकिस्तान में गुरुवार को पीएम शाहबाज शरीफ की अगुवाई में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक हुई. इसमें कहा गया कि सिंधु जल संधि को रद्द कर भारत अगर पानी के बहाव को रोकता है तो इसे युद्ध भड़काने वाला कदम माना जाएगा. उसने भारत से कारोबारी गतिविधि रोकने के साथ भारतीय यात्री विमानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद करने की घोषणा की है.
- पीएम मोदी ने गुरुवार को बिहार दौरे में साफ संदेश दिया था कि आतंकियों को उनके किए की कीमत चुकानी होगी. अबकी बार ऐसा जवाब दिया जाएगा, जो कल्पना से परे होगा. आतंकियों ने जो सोचा होगा, उससे भी ज्यादा कड़ी सजा मिलेगी. पीएम मोदी के इस संदेश से पाकिस्तान में हड़कंप मचा है.
- पाकिस्तानी फौज ने नियंत्रण रेखा पर सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है. लेकिन जवानों को बंकर में ही रहकर निगरानी करने को कहा है, जो उसकी घबराहट को दिखाता है कि कहीं भारत सर्जिकल स्ट्राइक न कर दे. एलओसी के अलावा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी सेना दहशत में है.पाकिस्तान सेना की 10वीं कोर का मुख्यालय रावलपिंडी में है. पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर वहां भी अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सियालकोट कमान भी हाई अलर्ट पर रखा गया है,जिसका मुख्यालय गुजरांवाला में है. ये कदम सर्जिकल स्ट्राइक, ऑपरेशन बालाकोट के बाद पाकिस्तान के मन में नए हमले की दहशत का संकेत देते हैं.
- सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि आतंकी अड्डों पर मिसाइल हमला हो सकता है. पाकिस्तान के बहावलपुर में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के मुख्यालय को निशाना बनाया जा सकता है. मुरीदके में आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है. लश्कर के मुखौटा संगठन टीआरएफ ने ही हमले की जिम्मेदारी ली है. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भी आतंकी ठिकानों और उसके लांचिंग पैड पर जमीनी या हवाई हमला हो सकता है.
- भारतीय एयरफोर्स ने 24 अप्रैल से मध्य क्षेत्र में ‘एक्सरसाइज आक्रमण’ नाम से युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है. इस एक्सरसाइज में राफेल, सुखोई-30 एमकेआई जैसे लड़ाकू विमान भाग ले रहे हैं. अत्याधुनिक राफेल लड़ाकू विमानों की एक टुकड़ी अंबाला एयरबेस पर ही तैनात है. 4.5वीं पीढ़ी का राफेल विमान लंबी दूरी से अचूक निशाने साध सकता है.
- नौसेना ने 24 अप्रैल को अरब सागर में युद्धपोत के जरिये मिसाइल परीक्षण कर पाकिस्तानी नेवी की नींव हिला दी. यह सवाल भी उठने लगा है कि जमीनी और हवाई हमले के बाद क्या भारत इस बार पानी के रास्ते कुछ बड़ा करने वाला है.भारत ने पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के बाद बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी. इसमें करीब 300 आतंकी मारे गए थे. जबकि 28 सितंबर 2016 को उरी हमले में 19 सैनिकों के मारे जाने के दो दिन बाद ही भारत ने पाकिस्तान में आतंकी अड्डों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी.INS सूरत से जमीन से हवा में निशाना साधने वाली मिसाइल दागी गई. ये मिसाइल 70 किलोमीटर दूर तक के टारगेट को मिनटों में जमीन पर ला सकती है. मध्यम दूरी की सरफेस टू एयर मिसाइल के सफल परीक्षण से पाकिस्तानी नौसेना में खलबली है.
- भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कूटनीतिक मोर्चेबंदी भी तेज कर दी है. भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से 24 अप्रैल को 20 से ज्यादा देशों के राजदूत और अन्य प्रतिनिधियों को बुलाकर हालात की जानकारी दी गई. पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की करतूतों के बारे में भी बताया गया.
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मोर्चेबंदी के साथ सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी जवाबी कार्रवाई के पहले सभी राजनीतिक दलों को साथ लाने की मुहिम भी की.पीएम मोदी की गैर मौजूदगी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक की. गृह मंत्री अमित शाह समेत अन्य केंद्रीय मंत्री बैठक में थे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सांसद राहुल गांधी ने बैठक में बैसरन घाटी में सुरक्षा चूक को लेकर सवाल उठाया.
- भारत ने 23 अप्रैल को ही पाकिस्तान के गाल पर जोरदार तमाचा मारा था. सरकार ने सिंधु जल संधि पर रोक, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रोकने और पाकिस्तानी उच्चायोग के सैन्य सलाहकारों को हफ्ते भर के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया था. इससे शहबाज शरीफ सरकार सकते में आ गई थी. भारत ने अटारी चेकपोस्ट के जरिये पाकिस्तान से व्यापारिक या नागरिक आवाजाही बंद कर दी है.