Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले में 15 ओवरग्राउंड वर्कर यानी ओजीडब्ल्यू (OGWL) मुख्य भूमिका में थे. सूत्रों का कहना है कि कुछ पकड़े गए बाकी अभी भी फरार हैं.
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Jammu Kashmir News: पहलगाम आतंकी हमले में 15 ओवरग्राउंड वर्कर यानी ओजीडब्ल्यू (OGWL) मुख्य भूमिका में थे. सूत्रों का कहना है कि कुछ पकड़े गए बाकी अभी भी फरार हैं. वे उस दिन आस-पास के इलाके में थे और हमलावरों के संपर्क में थे. इलेक्ट्रॉनिक निगरानी से एक चैट सामने लाई जिसमें हिरासत में लिए गए कुछ लोग पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों और उनकी मदद करने के तरीकों के बारे में एक-दूसरे से बात कर रहे थे. इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के आधार पर पंद्रह ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) और आतंकी सहयोगियों की पहचान मुख्य संदिग्धों के रूप में की गई है, जिन्होंने पहलगाम हमले के पीछे पाकिस्तानी हमलावरों की मदद की हो सकती है.
माना जाता है कि उन्होंने रसद की व्यवस्था की थी और संभवतः पाकिस्तान से हथियारों की खेप भी प्राप्त की थी. सूत्रों ने कहा कि बहु-एजेंसी जांच ने 15 संदिग्धों पर ध्यान केंद्रित किया है, जिनमें से कुछ को पकड़ लिया गया है. पुलिस अन्य ओजीडब्ल्यू की तलाश कर रही है. ऐसा कहा जाता है कि वे सभी हमले के दिन और उससे पहले आस-पास के इलाके में थे. उनके फोन इलाके में सक्रिय थे. इलेक्ट्रॉनिक निगरानी से एक चैट सामने लाई जिसमें हिरासत में लिए गए कुछ लोग पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों और उनकी मदद करने के तरीकों के बारे में एक-दूसरे से बात कर रहे थे.
इस बीच सूत्रों ने बताया कि हमले से पहले की संभावित घटनाओं का पता लगाने के लिए 220 से अधिक ओजीडब्ल्यू को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. सूत्रों ने कहा कि पहलगाम हमले में इन सभी 15 की भूमिका की ओर इशारा करते हैं. हिरासत में लिए गए ओजीडब्ल्यू से एनआईए, जम्मू-कश्मीर पुलिस, खुफिया ब्यूरो और रॉ के जांचकर्ताओं की संयुक्त पूछताछ टीम पूछताछ कर रही है.
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सूत्रों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के 15 स्थानीय आतंकी मददगारों को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहले ही ओजीडब्ल्यू के रूप में सूचीबद्ध कर दिया है और माना जाता है कि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में दक्षिण कश्मीर में कई हमलों में शामिल पाकिस्तानी आतंकवादियों की मदद की, उन्हें रसद मुहैया कराई, जंगलों में उनका मार्गदर्शन किया और यहां तक कि आतंकी हमलों में इस्तेमाल के लिए पाकिस्तान से हथियारों की खेप भी प्राप्त की.
इस बात के पर्याप्त साक्ष्य हैं कि पहलगाम हमला करने वाली आतंकी ग्रुप के लिए व्यवस्था करने और सुविधा प्रदान करने में उनकी भूमिका थी. कहा जाता है कि वे ग्रुप 4 के आतंकवादी थे, जिनमें से कम से कम दो पाकिस्तानी और दो स्थानीय कश्मीरी थे. एक सूत्र ने कहा, "एजेंसियां फरार ओजीडब्ल्यू की और अधिक जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रही हैं, ताकि उनकी संभावित गिरफ्तारी पर फैसला लेने से पहले साजिश को जोड़ा जा सके." पुलिस के साथ सूचीबद्ध लगभग 2300 ओजीडब्ल्यू से अबतक पूछताछ की गई है और एजेंसियों ने 15 संभावित संदिग्धों ओजीडब्ल्यू पर ध्यान केंद्रित किया है.
कौन हैं ओवर ग्राउंड वर्कर?
सुरक्षाबलों के अनुसार आतंकवादियों के ओवर ग्राउंड वर्कर वे लोग हैं जो आतंकवादियों को रसद सहायता, नकदी, आश्रय और अन्य बुनियादी ढांचे के साथ मदद करते हैं, जिसके साथ आतंकी समूह काम कर सकते हैं. ओजीडब्ल्यू आतंकवादी हमलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, आतंकियों को वास्तविक समय की जानकारी और समर्थन प्रदान करते हैं. ओवर ग्राउंड वर्कर अन्य भूमिकाओं जैसे पत्थरबाजी, भीड़-दंगा, वैचारिक समर्थन, कट्टरपंथ और आतंकवादियों की भर्ती में भूमिका निभाते हैं.
ओजीडब्ल्यू की श्रेणियां हैं:
1.(OGWLS) स्ट्राइक टीमों की सहायता के लिए.
2. फंडिंग का प्रबंधन करने वाले ओजीडब्ल्यू (OGWF)
3. वैचारिक समर्थन प्रदान करने वाले ओजीडब्ल्यू (OGWIS)
4. कट्टरपंथी समर्थन प्रदान करने वाले ओजीडब्ल्यू (OGWRS)
5. आतंकवादियों की भर्ती के लिए (OGWR)
6. लोगों के बीच नकारात्मक धारणा और भावना पैदा करने वाला(OGWPS)