Pakistan Army : चीन, खुद अपनी पनडुब्बियों को एक्सीडेंट से बचा नहीं पा रहा है. इसका मतलब है कि चीन की पनडुब्बी प्रोडक्शन की क्षमता संदेहास्पद है. शक के घेरे में है और चाइनीज कबाड़ा पनडुब्बियों को खरीदकर पाकिस्तान की नौसेना. समंदर में भारत का मुकाबला करने के सपने देख रही है.
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Pakistan Analysis: पाकिस्तानी कब्जे वाला कश्मीर यानी पीओके (PoK) हाथ से फिसलता देखकर पाकिस्तान की सरकार का मानसिक संतुलन बिगड़ता दिख रहा है. सीमा पार से जो बयान आ रहे हैं उसमें पीएम शहबाज शरीफ के डिप्टी से लेकर पाकिस्तानी डिफेंस एक्सपर्ट्स तक का हाल बेहाल दिख रहा है.पूरे पाकिस्तान को PoK में अपनी सेना और सरकार के पराजय की गारंटी दिखाई दे रही है. ऐसे हालात पर महात्मा गांधी का एक कथन एकदम सटीक है.उन्होंने कहा था कि क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं.और इस्लामाबाद में इस समय ठीक ऐसा ही दिख रहा है.
पाकिस्तान के डिप्टी पीएम डार के डर का विश्लेषण
पाकिस्तान से हर दिन गीदड़भभकी की एक नई किस्त आ रही है. ऐसा लगता है मानो हर दिन, हर घंटे के लिये शहबाज शरीफ ने अपनी कैबिनेट की ड्यूटी लगा दी है और जैसे ही किसी का नंबर आता है. तो वो कैमरे और माइक के सामने आकर रटा-रटाया बयान देने लगता है. आज पाकिस्तान के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर इस्हाक डार का नंबर आया तो उन्होंने सीधे परमाणु मिसाइल की बात की.
इस्हाक डार ने दावा किया है कि पाकिस्तान एक न्यूक्लियर ताकत है जिसके पास मिसाइलें भी हैं. इसके साथ पाकिस्तानी सेना भी पूरी तरह से तैयार है. हालांकि सीमा पार तैनात पाकिस्तानी आर्मी के डर से जुड़ी खबरें आप डीएनए के एक्सक्लूसिव विश्लेषणों में लगातार पढ़ रहे हैं. शुक्रवार को तो इस्हाक डार ने शायद अपना बयान पाकिस्तानी सेना का डर भगाने की कोशिश करते हुए दिया.
पाकिस्तान, इंडियन आर्मी का मुकाबला नहीं कर पाएगा
आपको याद होगा एक दिन पहले पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि को स्थगित करने की कोशिशों को एक्ट ऑफ वॉर यानी युद्ध की कार्यवाही जैसा बताया था. इस मुद्दे को लेकर पाकिस्तान में सड़कों से लेकर टीवी चैनलों तक बहस हो रही है. एक तरफ पाकिस्तान की सरकार भारतीय सेना का मुकाबला करने के दावे कर रही है. हवा-हवाई बयान दिये जा रहे हैं. इसी बीच सीमा पार पाकिस्तान के ही एक पूर्व राजनयिक ने भारतीय सेना की ताकत कबूल करते हुए सीधे-सीधे यह बता दिया कि पाकिस्तान चाह कर भी इंडियन आर्मी का मुकाबला नहीं कर पाएगा.
अक्सर पाकिस्तान की सरकारें सच्चाई को कबूल नहीं करती हैं. यानी वो भारत की ताकत को कमतर दिखाने की नाकाम कोशिश करती हैं पर इस्लामाबाद से ऐसा बयान आया है जिसे जानकर और पढ़कर पाकिस्तान को अपने कमजोर होने का अहसास होगा.
पाकिस्तानी नौसेना की पनडुब्बियां बीमार हैं
पाकिस्तान के नेता हों, डिफेंस एक्सपर्ट्स हों या फिर पूर्व डिप्लोमैट्स. सब मिलकर जुबानी परमाणु हमला कर रहे हैं. इन्हें लगता है मानो परमाणु हथियार ही इनको सारे खतरों से बचा लेगा. लेकिन पाकिस्तान को ओवरकॉन्फिडेंस हैं. इसलिये तो उसकी पनडुब्बियां समंदर में तैनात होने के बदले गैराज में दिखाई दे रही हैं.
सैटेलाइट तस्वीरों की मदद से इस्लामाबाद की तैयारियों की पोल खुल गई है. तस्वीरों से पता चला है कि पाकिस्तान की तीन मेन पनडुब्बियां कराची में मौजूद एक रिपेयर यार्ड में खड़ी हैं. यानी कुल मिलाकर तीन पनडुब्बियां हैं जो समंदर में गश्त लगाने के बदले अपनी बीमारी का इलाज यानी मेंटेंनेंस करवा रही हैं.
- पहली पनडुब्बी अगोस्ता 70 क्लास की है जिसकी मरम्मत जारी है.
- दूसरी पनडुब्बी भी अगोस्ता 70 क्लास की है और ये भी गैरेज में है.
- तीसरी भी अगोस्ता 90B क्लास की है ये भी ड्राई डॉक में मौजूद है यानी मरम्मत करवा रही है.
#DNAWithRahulSinha | परमाणु धमकी वाले PAK का पुर्जा-पुर्जा खुलेगा... PAK की सबमरीन समंदर में नहीं, गैरेज में है!
PAK की आज वाली गीदड़भभकी का DNA टेस्ट#KillGaddar पर अपनी राय दीजिए#DNA #PahalgamTerroristAttack @RahulSinhaTV pic.twitter.com/N10VkK2RrX
— Zee News (@ZeeNews) April 25, 2025
कुल मिलाकर पाकिस्तान की 8 में से 3 पनडुब्बियां किनारे खड़ी हैं. आप सोचेंगे कि पाकिस्तान ने इस हालात में क्या किया है. तो सबसे पहले ये जान लीजिए.
'आतंकिस्तान' का अंत तय!
- पाकिस्तान ने अपनी रक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिये चीन के साथ पनडुब्बी खरीदने की डील की है. 42 हजार करोड़ रुपयों में पाकिस्तान और चीन के बीच डिफेंस डील हुई है.जिसमें 4 पनडुब्बियां चीन में और बाकी 4 का निर्माण पाकिस्तान में होगा.
- एक रिसर्च के मुताबिक पिछले 5 वर्षों में पाकिस्तान ने अपने 81 फीसदी आधुनिक हथियार चीन से खरीदे हैं. और इस समय पाकिस्तान की सेना चाइनीज हथियारों की सबसे बड़ी इंपोर्टर बन गई है.
'चीन की पनडुब्बियां खुद किसी लायक नहीं'
हालांकि इसके बावजूद भी पाकिस्तान की हालत में कोई बदलाव आने की गुंजाइश ना के बराबर है. क्योंकि चीनी माल यानी चाइनीज सामान के बारे में एक कहावत मशहूर है कि चले तो चांद तक नहीं तो रात तक. पाकिस्तान ने चीन की पनडुब्बियों का सेफ्टी रिकॉर्ड चेक नहीं किया होगा. इसलिये हमने चीन की पनडुब्बियों से जुड़े शर्मिंदा करने वाले आंकड़े आपको बताने जा रहे हैं.
पाकिस्तान को कबाड़ बेंच रहा चीन!
- साल 2024 में चीन के वुहान शिपयार्ड में चीन की आधुनिक न्यूक्लियर पनडुब्बी डूब गई.चीन ने कभी इस घटना को स्वीकार नहीं किया, लेकिन सैटेलाइट तस्वीरों ने चीन की पोल खोल दी.
- साल 2023 में चीन की एक और परमाणु पनडुब्बी ने भी वुहान के पास समंदर में जल समाधि ले ली. डूबने की वजहों का अब तक पता नहीं चल पाया है. तब ये आशंका जताई गई थी कि उस पनडुब्बी से परमाणु रेडियेशन लीक हो सकता है.
- साल 2011 में भी चीन की एक परमाणु पनडुब्बी दुर्घटना का शिकार हो गई. तब भी चीन ने दुनिया को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी.
यानी चीन खुद अपनी पनडुब्बियों को एक्सीडेंट से बचा नहीं पा रहा है. इसका मतलब है कि चीन की पनडुब्बी प्रोडक्शन की क्षमता संदेहास्पद है. शक के घेरे में है और चाइनीज कबाड़ा पनडुब्बियों को खरीदकर पाकिस्तान की नौसेना. समंदर में भारत का मुकाबला करने के सपने देख रही है.