भारत और पाकिस्तान के बीच एनएसए स्तर की वार्ता से पूर्व पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि वह कश्मीरियों के ‘आजादी के जायज संघर्ष’ को कभी नहीं छोड़ेगा और भारत के साथ सामान्य एवं सहयोगी संबंधों के लिए दशकों पुराने इस विवाद को सुलझाना आवश्यक है। भारत में पाकिस्तान के हाई कमिश्नर अब्दुल बासित ने कश्मीर राग छेड़ते हुए कहा कि कश्मीरियों को उनका हक मिलना चाहिए।
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नई दिल्ली : भारत और पाकिस्तान के बीच एनएसए स्तर की वार्ता से पूर्व पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि वह कश्मीरियों के ‘आजादी के जायज संघर्ष’ को कभी नहीं छोड़ेगा और भारत के साथ सामान्य एवं सहयोगी संबंधों के लिए दशकों पुराने इस विवाद को सुलझाना आवश्यक है। भारत में पाकिस्तान के हाई कमिश्नर अब्दुल बासित ने कश्मीर राग छेड़ते हुए कहा कि कश्मीरियों को उनका हक मिलना चाहिए। पाकिस्तान कश्मीरियों का समर्थन करता रहेगा।
अब्दुल बासित ने पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुक्रवार को यहां आयोजित एक समारोह में यह बात कही। बासित ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं को न तो नजरअंदाज किया जा सकता है और न ही उन्हें ठंडे बस्ते में डाला जा सकता है। उनके जायज संघर्ष में भले ही और कितना भी समय लगे, पाकिस्तान कश्मीरियों और उनके आंदोलन को नहीं छोड़ेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया, पाकिस्तान भारत के साथ हमेशा सामान्य एवं सहयोगी संबंध चाहता है। इसके लिए यह जरूरी है कि संबंधों को सुधारने के लिए खासकर जम्मू-कश्मीर विवाद समेत सभी मौजूदा मसलों को सुलझाया जाए। बासित ने कहा कि भारत के साथ शांति चाहता है पाकिस्तान। भारत और पाक के बीच शांति के लिए कश्मीर संकट का हल जरूरी है। कश्मीर मसले का हल भारत और पाकिस्तान आपसी बातचीत से ही निकाल सकते हैं।
Jab tak kashmiriyon ko unka haq nahii mil jata tab tak, Pakistan unki himayat jaari rakhega:Abdul Basit at Pakistan High Commission in Delhi
— ANI (@ANI_news) August 14, 2015
Pak ne hamesha Bharat ke sath achche taallukaat ki khwaish ki hai, aur koshish bhi ki hai:Abdul Basit, Pak High Comsn pic.twitter.com/KX2NeQcJqC
— ANI (@ANI_news) August 14, 2015
भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नई दिल्ली में 23 अगस्त को पहली बार आतंकवाद संबंधी मसलों पर चर्चा करेंगे। इस संबंध में निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ की गत महीने रूस से उफा में हुई बैठक में लिया गया था। बासित ने अचानक आई बारिश के बीच अपने कार्यालय में पाकिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद अपने संक्षिप्त भाषण के दौरान आर्थिक मोर्चे पर पाकिस्तान के सामने मौजूद चुनौतियों और आतंकवाद के खिलाफ ‘लड़ाई’ का जिक्र करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के उबरने के ‘आशाप्रद’ संकेत दिखा रही है। उन्होंने कहा कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा पाकिस्तान की क्षमता और निवेश के लिए देश को मुहैया कराए गए बेजोड़ मौकों का प्रमाण है। राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने कल इस्लामाबाद में कहा था कि हां, मैं इसकी पुष्टि कर सकता हूं कि मैं वार्ता के लिए 23 तारीख (अगस्त) को भारत जाउंगा। उम्मीद की जा रही है कि भारत पाकिस्तान से उत्पन्न होते आतंकवाद के मजबूत सबूत पेश करेगा। पंजाब के गुरदासपुर और जम्मू कश्मीर में उधमपुर के निकट हाल में आतंकवादी हमले हुए हैं।
भारत का पक्ष मोहम्मद नवेद याकूब की गिरफ्तारी से मजबूत हो गया है। वह एक पाकिस्तानी नागरिक है और लश्कर ए तैयबा का आतंकवादी है जिसने पिछले सप्ताह उधमपुर के निकट बीएसएफ की बस पर हमला किया था।
उधर, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में हाल में हुए हमलों के मद्देनजर पाकिस्तान और भारत के संबंधों में कड़वाहट बढने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पड़ोसी देश को उसके स्वतंत्रता दिवस पर आज बधाई दी। मोदी ने ऐसे समय पर पाकिस्तान को बधाई दी है जब पंजाब के गुरदासपुर और जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में आतंकी हमलों के मद्देनजर दोनों देशों के संबंधों में और खटास पैदा हो गई है।