DNA Analysis: पीओके के प्रधानमंत्री के बयान ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान ने सोच समझकर पहलगाम हमला करवाया. लेकिन ऐसी गवाही सिर्फ पाकिस्तान से नहीं आई. आज दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास से एक और तस्वीर सामने आई.
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DNA Analysis: पीओके के प्रधानमंत्री के बयान ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान ने सोच समझकर पहलगाम हमला करवाया. लेकिन ऐसी गवाही सिर्फ पाकिस्तान से नहीं आई. आज दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास से एक और तस्वीर सामने आई, जिससे पाकिस्तान एक्सपोज हो गया और सारी दुनिया समझ गई पहलगाम हमले से पाकिस्तान को दुख हुआ या फिर खुशी.
पाकिस्तान उच्चायोग का एक कर्मचारी हाथों से केक लिए नजर आया. जिसके बाद सवाल उठने लगे. जिस वक्त भारत में गम और गुस्सा है. पाकिस्तान के उच्चायोग में केट काटकर किस बात का जश्न मनाया जा रहा है. पठानी सूट पहने दाढ़ी वाला ये पाकिस्तानी जब हाथ में केक लेकर एंबेसी के अंदर जा रहा था. भारतीय मीडिया ने उससे केक लाए जाने की वजह भी पूछी.
पाकिस्तान उच्चायोग के पास विरोध
पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी ने सवालों का कोई जवाब नहीं दिया और उच्चायोग के अंदर जाकर दरवाज़े को भारतीय मीडियाकर्मियों के मुंह पर पटक दिया. वैसे केक किसी के बर्थडे, एनिवर्सरी या फिर फेयरवेल के मौके पर भी काटा जाता है. लेकिन ऐसा होता तो बताने में कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए थी. इस वक्त भारत में पहलगाम आतंकी हमले के बाद दुख की लहर है. बड़ी संख्या में लोग पाकिस्तान उच्चायोग के पास विरोध करने भी पहुंचे. इसके बावजूद पाकिस्तान उच्चायोग में केक वाला जश्न मनाया गया. वैसे पाकिस्तानी उच्चायोग का ये कर्मचारी इस केक को ढककर भी ला सकता था. लेकिन इस दुख के मौके पर केक दिखाकर पाकिस्तान ने भारतीयों को चिढ़ाने की एक असफल कोशिश की है.
48 घंटे के भीतर देश छोड़ने..
पाकिस्तान के उच्चायोग में केक वाला जश्न मनाया गया. लेकिन जिन पाकिस्तानियों को पहलगाम हमले के साइड इफेक्ट झेलने पड़ रहे हैं वो मायूस हैं. पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने सार्क वीजा छूट योजना को निलंबित कर दिया. इस योजना के तहत भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने के लिए कहा गया.
जिसके बाद भारत आए कई पाकिस्तानी परिवार अटारी बाघा बॉर्डर पर वापस जाने के लिए पहुंचे. कराची के रहने वाले मंज़ूर 90 दिन का वीज़ा लेकर आए थे. लेकिन आज पाकिस्तान लौट गए. इस फैसले का असर उन भारतीयों पर भी पड़ा जिनके रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं. अब ऐसे लोग पहलगाम हमले और दोनों देशों के बिगड़ते संबंधों पर अफसोस जाहिर कर रहे हैं.
जो लोग पाकिस्तान के उच्चायोग में केट काट कर खुशी मना रहे हैं. उन्हें दोनों मुल्कों के लोगों की परेशानियां भी देखनी चाहिए. क्योंकि इन लोगों को हो रही असुविधा की जिम्मेदार भी पाकिस्तान की आतंकी नीति है.