पाकिस्‍तान दिवस पर मसरत आलम समेत कश्‍मीरी अलगाववादियों को न्‍यौता
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पाकिस्‍तान दिवस पर मसरत आलम समेत कश्‍मीरी अलगाववादियों को न्‍यौता

राजधानी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में सोमवार को पाकिस्तान दिवस मनाया जा रहा है। पाक उच्चायोग में इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हाल में रिहा हुए कश्मीर के अलगाववादी नेता मसरत आलम को भी न्‍यौता भेजा गया है। हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक के साथ कश्मीर 6 अन्य अलगाववादी नेता इस समारोह में शामिल हो रहे हैं। बताया गया है कि कुछ दनों पहले पाक उच्चायोग ने इन लोगों को समारोह में शामिल होने के लिए न्‍यौता भेजा था। हालांकि मसरत आलम कार्यक्रम में नहीं आएगा लेकिन इस न्‍यौते से कई सवाल खड़े हो गए हैं। अलगावादियों को निमंत्रण पर अब घमासान मचा हुआ है।

पाकिस्‍तान दिवस पर मसरत आलम समेत कश्‍मीरी अलगाववादियों को न्‍यौता

नई दिल्‍ली : राजधानी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में सोमवार को पाकिस्तान दिवस मनाया जा रहा है। पाक उच्चायोग में इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हाल में रिहा हुए कश्मीर के अलगाववादी नेता मसरत आलम को भी न्‍यौता भेजा गया है। हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक के साथ कश्मीर 6 अन्य अलगाववादी नेता इस समारोह में शामिल हो रहे हैं। बताया गया है कि कुछ दनों पहले पाक उच्चायोग ने इन लोगों को समारोह में शामिल होने के लिए न्‍यौता भेजा था। हालांकि मसरत आलम कार्यक्रम में नहीं आएगा लेकिन इस न्‍यौते से कई सवाल खड़े हो गए हैं। अलगावादियों को निमंत्रण पर अब घमासान मचा हुआ है।

जानकारी के अनुसार, अलगाववादी नेता मसरत आलम को भी पाक उच्‍चायोग की तरफ से न्‍यौता भेजा गया है। हालांकि मसरत पाक उच्‍चायोग नहीं जाएंगे। मसरत ने एक बयान में कहा न्‍यौता मिलना कोई नई बात नहीं है। अपनी खराब सेहत के चलते वे नहीं जा पाए। मसरत ने न्यौता मिलने की बात की पुष्टि की है। उसने कहा कि हर साल ऐसी दावतें आती रहती हैं लेकिन मैं बीमार हूं इसलिए इस समारोह का हिस्सा नहीं बन पाऊंगा। मसरत पर आरोप है कि उसने 2010 में भारत विरोधी हिंसा भड़काई थी जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की जान गई थी।

पाकिस्तान उच्चायोग में पाकिस्तान दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसमें कश्मीर के कई अलगाववादी नेता शिरकत करेंगे। रविवार को कश्मीर के अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारुक ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित से मुलाकात की थी। मीरवाइज ने बैठक के बाद कहा कि हम यह चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच वार्ता अधिकारियों के स्तर से उठकर राजनीतिक स्तर तक जानी चाहिए। मुझे अब्दुल बासित ने कहा कि इस्लामाबाद भारतीय प्रधानमंत्री के पाकिस्तान की यात्रा की आशा करता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की किसी हाई प्रोफाइल बैठक से पहले दोनों देशों को सभी लंबित मुद्दों के लिए साझा आधार पाने की कोशिश करनी चाहिए। मीरवाइज के अलावा प्रतिनिधिमंडल में अब्दुल गनी भट, मौलाना अब्बास अंसारी, बिलाल गनी लोन, आगा सैयद हसन, मुसादिक आदिल और मुख्तार अहमद वाजा शामिल हैं।

गौर हो कि पकिस्तानी उच्चायुक्त और कश्मीरी अलगाववादियों के बीच हुई मुलाकात से नाराज होकर भारत ने पिछले साल अगस्त में दोनों देशों के विदेश सचिवों के बीच तय वार्ता रद्द कर दी थी। बीजेपी ने मीरवाइज और बासित की मुलाकात का विरोध किया है। बीजेपी प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि दोनों देशों की वार्ता में तीसरे के लिए कोई जगह नहीं है।

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