नई दिल्ली: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के 'लेटर बम' ने महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल लाकर रख दिया है. इस बीच परमबीर सिंह सोमवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए जहां उन्होंने अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों की जांच सीबीआई से कराने को लेकर एक याचिका दायर की है.


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परमबीर के इस कदम के बाद अब शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी पर निशाना साधा है. साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. राउत ने कहा, 'वह सुप्रीम कोर्ट गए हैं तो अच्छी बात है. सुप्रीम कोर्ट में किसी को न्याय नहीं मिलता और वहां दवाब में काम किया जाता है. ये मैं नहीं कह रहा रंजन गोगोई ने कहा था'


'सुप्रीम कोर्ट में न्याय नहीं मिलता' 


संजय राउत ने आगे कहा, 'रंजन गोगोई ने कहा था...सुप्रीम कोर्ट का इस्तेमाल भी ईडी की तरह किया जाता है. इसके बाद राउत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग आज एक पुलिस अफसर के लेटर पर मंत्री का इस्तीफा मांग रहे हैं लेकिन मैं भाजपा से पूछना चाहता हूं, ऐसे लेटर बम जब संजीव भट्ट ने गुजरात के कार्यकर्ता के बारे में लिखे थे, तब क्या उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगा गया था. रविशंकर प्रसाद जी को इसका भी जवाब देना चाहिए. 


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राउत ने कहा कि जो कल लोक सभा और राज्य सभा में फुदक कर नाच रहे थे, उन्हें संजीव भट्ट के लेटर पर भी एक्शन लेने की मांग करनी चाहिए. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले में सीएम उद्धव ठाकरे से लेकर एनसीपी चीफ शरद पवार पर निशाना साधा था. उन्होंने 100 करोड़ के इस वसूली कांड के पीछे बड़े नेताओं की रजामंदी की ओर इशारा किया था.


26 मार्च को सुनवाई संभव


बता दें सुप्रीम कोर्ट में पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में 26 मार्च को सुनवाई हो सकती है. दरअसल, बीते दिन ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिसमें परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की है और साथ ही महाराष्ट्र सरकार के उस आदेश को भी रद्द करने की मांग की है जिसके तहत उनका ट्रांसफर मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हुआ है.