अरूंधति रॉय पर किया गया परेश रावल का ट्वीट ट्विटर वॉल से गायब?
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अरूंधति रॉय पर किया गया परेश रावल का ट्वीट ट्विटर वॉल से गायब?

भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेता परेश रावल की ओर से पिछले दिनों जानीमानी लेखिका अरूंधति रॉय पर किया गया एक विवादित ट्वीट रावल के ट्विटर वॉल से गायब है . इस हफ्ते की शुरूआत में रावल ने कश्मीर की एक घटना के संदर्भ में यह ट्वीट करके विवाद पैदा कर दिया था कि किसी पत्थरबाज को थलसेना की जीप से बांधने की बजाय अरूंधति को बांधना चाहिए .

अरूंधति रॉय पर किया गया एक विवादित ट्वीट रावल के ट्विटर वॉल से गायब है .

मुंबई: भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेता परेश रावल की ओर से पिछले दिनों जानीमानी लेखिका अरूंधति रॉय पर किया गया एक विवादित ट्वीट रावल के ट्विटर वॉल से गायब है . इस हफ्ते की शुरूआत में रावल ने कश्मीर की एक घटना के संदर्भ में यह ट्वीट करके विवाद पैदा कर दिया था कि किसी पत्थरबाज को थलसेना की जीप से बांधने की बजाय अरूंधति को बांधना चाहिए .

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परेश रावल ने किया था ट्वीट

कश्मीर में सुरक्षा बलों ने एक प्रदर्शनकारी को थलसेना की जीप के बोनट से बांधा था, ताकि प्रदर्शनकारी किसी सुरक्षाकर्मी और मतदानकर्मी पर पत्थर नहीं फेंक सकें. रावल ने ट्वीट किया था, ‘थलसेना की जीप पर पत्थरबाज को बांधने की बजाय अरूंधति रॉय को बांधो . बहरहाल, 66 साल के रावल ने बताया कि उन्होंने ट्वीट नहीं हटाया है 

रावल ने कहा, ‘उन्होंने (ट्विटर ने) कहा कि आप अपना ट्वीट हटाएं और हम आपका अकाउंट चालू कर देंगे . लेकिन मैं अपना ट्वीट नहीं हटाने वाला . नहीं, मैंने ट्वीट नहीं हटाया है.’ यह पूछे जाने पर कि क्या उनका ट्विटर अकाउंट अब भी चालू है, इस पर रावल ने कहा, ‘यह चालू है, लेकिन शायद ब्लॉक जैसी कोई चीज है . जैसे ही मैं ट्वीट हटाउंगा यह चालू हो जाएगा .’ भाजपा सांसद ने दावा किया कि उन्हें ‘किसी ने एसएमएस करके कहा कि ट्विटर के भारत प्रमुख कोई ऐसे व्यक्ति हैं जो भारत के बारे में सहानुभूति वाली राय नहीं रखते . मुझे नहीं पता यह सही है या गलत .’

अरुंधति ने दी थी ट्वीट पर प्रतिक्रिया

देश की जानीमानी लेखिका और बेहद प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार से सम्मानित अरुंधती रॉय ने फिल्म अभिनेता और सांसद परेश रावल के ट्वीट पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया है. न्यूज चैनल एनडीटीवी इंडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं इसे तूल नहीं देना चाहती. इस वक्त मैं कई जरूरी कामों में व्यस्त हूं. 

परेश रावल की टिप्पणी से हुआ था विवाद

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गौर हो कि भाजपा सांसद परेश रावल ने टिप्पणी करके विवाद पैदा कर दिया था कि किसी पत्थरबाज की बजाय जानीमानी लेखिका अरूंधति रॉय को भारतीय थलसेना की जीप से बांधना चाहिए. रावल ने कश्मीर की एक घटना के संदर्भ में यह विवादित टिप्पणी की जिसमें सुरक्षाकर्मियों ने एक भीड़ के खिलाफ मानव कवच के तौर पर एक प्रदर्शनकारी का इस्तेमाल किया था.

कांग्रेस ने भी की थी आलोचना

भाजपा और कश्मीर घाटी में थलसेना की कार्रवाइयों की मुखर आलोचक रहीं अरूंधति पर निशाना साधते हुए बॉलीवुड अभिनेता रावल ने ट्वीट किया, ‘थलसेना की जीप पर पत्थरबाज को बांधने की बजाय अरूंधति रॉय को बांधें।’ सोशल मीडिया पर सक्रिय कई लोगों ने रावल के इस ट्वीट की निंदा की. कुछ लोगों ने उन पर हिंसा भड़काने की कोशिश करने का आरोप लगाया. ट्वीटर पर कुछ ने सराहा और कुछ ने आलोचना की . जब एक समर्थक ने सुझाव दिया कि बुकर पुरस्कार विजेता लेखिका अरूंधति की बजाय एक महिला पत्रकार से ऐसा ही सलूक किया जाना चाहिए, तो रावल ने जवाब दिया, ‘हमारे पास काफी विकल्प हैं.’ कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए सवाल किया, ‘क्यों न उस शख्स को (बांधा जाए) जिसने पीडीपी-भाजपा गठबंधन कराया ?’

परेश रावल के ट्वीट पर भड़की कांग्रेस

फिल्म अभिनेता एवं भाजपा सांसद परेश रावल द्वारा लेखिका अरूंधति राय के बारे में की गयी ताजा टिप्पणी की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने कहा कि देश में असहमति के अधिकार को छीना जा रहा है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने परेश रावल की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, यह मामला इस बात का नहीं है कि किसी ने किसी अन्य के बारे में क्या कहा. मुझ सहित कई लोग अरूंधति राय की बहुत सारी बातों से सहमत नहीं हैं. बिल्कुल सहमत नहीं हैं. उन्होंने कहा, वाल्टेयर की कहावत है कि जब मैं आपसे बुरी तरह से असहमत हूं तब आप खड़े होकर यह कहें कि मैं आपके असहमत होने के अधिकार का समर्थन करता हूं. लेकिन आज भारत से असहमति के इस अधिकार को खत्म किया जा रहा है. परोक्ष रूप से कम प्रत्यक्ष रूप से ज्यादा. उन्होंने कहा कि जब तक इस बात को नहीं समझा जाएगा, वर्ष प्रति वर्ष भारत की परिभाषा परिवर्तित होती रहेगी और विश्व के सबसे बड़े गणतंत्र का माथा शर्म से झुकने लगेगा.

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