जनकपुर (नेपाल): देवी सीता का पालन-पोषण राजा जनक की राजधानी जनकपुर में हुआ था. सीता का स्वयंवर भी इसी जगह हुआ था. आपको बता दें कि ये जगह अब नेपाल में है और यहां अभी भी वो विवाह स्थान है.
पंचवटी (नासिक): भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने पंचवटी में ही सूर्पनखा की नाक काटी थी. इसी वजह से इस जगह का नाम नासिक पड़ा. नासिक में मौजूद एक प्रसिद्ध सीता गुफा के दर्शन के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं. आपको बता दें कि यहीं पर हर 12 साल में कुंभ मेला भी लगता है.
तलाईमन्नार (श्रीलंका): भगवान राम ने इसी जगह पर रावण को पराजित किया था और माता सीता को रावण के चंगुल से बचाया था. इस युग में तलाईमन्नार जगह श्रीलंका के मन्नार आइलैंड के उत्तर-पश्चिम तट पर है.
चित्रकूट (मध्य प्रदेश): ऐसा माना जाता है कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम वनवास के दौरान अपनी पत्नी सीता और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ 11 साल तक चित्रकूट में रहे थे. मध्य प्रदेश के चित्रकूट में आज भी भगवान राम और माता सीता को लेकर लोगों के बीच बहुत सारी धार्मिक आस्थाएं हैं.
लेपाक्षी (आंध्र प्रदेश): माता सीता को बचाने के लिए जटायु ने अपनी पूरी ताकत लगाकर रावण से मुकाबला किया था. ये पूरी घटना आंध्र प्रदेश के लेपाक्षी में ही हुई थी. इसी कारण इस जगह का अपना एक ऐतिहासिक महत्व है. यहां का विदर्भा मंदिर बहुत प्रसिद्ध है.
अयोध्या (उत्तर प्रदेश): भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या को कौन नहीं जानता? भगवान राम अपना 14 साल का वनवास काटकर अपनी पत्नी को सुरक्षित अपने साथ लेकर अयोध्या ही लौटे थे. इसलिए अयोध्या में हर साल दिवाली का त्योहार अलग ही उत्साह से मनाया जाता है.
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