लोगों में YouTube का क्रेज दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. ऐसे में बहुत लोग नए-नए वीडियो बनाकर यूट्यूब पर डाल रहे हैं और उनसे पैसे भी कमा रहे हैं. आजकल तो स्मार्टफोन में भी अच्छे कैमरे आने लगे हैं, जिससे वीडियो बनाना काफी आसान हो गया है. आपको बस अपनी पसंद का टॉपिक चुनकर उसपर एक वीडियो बनानी है और उसे अपनी यूट्यूब चैनल पर अपलोड कर देनी है. आपके द्वारा बनाए गए वीडियो वास्तव में कुछ भी हो सकते हैं. मेकअप, खेल, क्रिप्टो और किसी के दैनिक जीवन के बारे में सोचें.
एक पुरानी कहावत है, जहां ज्यादा लोग होते हैं वहीं पैसा कमाने के तरीके भी होते हैं. सोशल मीडिया पर आजकल काफी ट्रैफिक है, जो रोजाना बढ़ रहा है. ऐसे में अगर आपके ज्यादा फॉलोअर्स हैं तो आप दूसरों के बिजनेस को प्रमोट कर पैसा कमा सकते हैं. इसके लिए आप अपने बॉयो में कंपनी की बेवसाइट का लिंक शेयर कर सकते हैं. या उनकी पोस्ट को शेयर भी कर सकते हैं. ऐसा करने पर जो भी लोग आपकी प्रोफाइल से उस साइट पर जाकर शॉपिंग करते हैं तो कंपनी आपको इक्वल प्रोफिट देती है.
क्या आपको फोटोग्राफी (Photography) पसंद है? यदि हां, तो आप अपनी तस्वीरों को मार्केट में बेचकर अच्छे पैसे कमा सकते हैं. इसके लिए आपको अपनी तस्वीरों को तथाकथित स्टॉक फोटो वेबसाइटों Shutterstock या iStockphoto पर पोस्ट करना होगा. इस तरह, आपको हर ग्राहक के लिए एक निश्चित राशि या प्रतिशत प्राप्त होगा जो उस वेबसाइट के माध्यम से आपकी तस्वीरें खरीदता है. पूरी प्रक्रिया पूरी तरह से ऑटोमेटिक होती है. बड़ी बात यह है... आपके द्वारा ली गई हर तस्वीर को बार-बार बेचा जा सकता है और उससे रिवेन्यू उत्पन्न किया जा सकता है. बस ध्यान रखें कि आपकी तस्वीरों को वास्तव में अच्छी और हाई क्वालिटी में होनी चाहिए.
पूरे वर्ल्ड में 1 करोड़ से ज्यादा लोग अपने ब्लॉग और बेवसाइट पर Google Adsense का इस्तेमाल कर लाखों रुपये कमा रहे हैं. आसान शब्दों में बताएं तो जब आपकी एक अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर अच्छे खासे User Base तक पहुंच जाते हैं तो आपको गूगल एडसेंस में अप्रूवल मिल जाता है. जिसके बाद आपकी वेबसाइट पर Ads दिखने लगती है. और जैसे ही कोई यूजर आपके वेबसाइट पर आकर उस Ads पर क्लिक करता है तो उससे आपको Earning होती है.
शेयर लंबी अवधि में पैसा बनाने में मदद करते हैं. यह बिल्कुल सही बात है कि आप जिस समय शेयर बाजार में एंट्री करते हैं, उस पर रिटर्न निर्भर करते हैं. लेकिन, भेढ़ चाल का फायदा नहीं होता है. इसमें अक्सर लोग एक सवाल करते हैं कि इस तरह की मुनाफावसूली का कब सबसे मुफीद समय होता है. इसका जवाब यह है कि जब वैल्यूशन जरूरत से ज्यादा हो जाएं तो शेयर से पूरी तरह निकल जाना चाहिए या फिर कम से कम कुछ मुनाफावसूली जरूरी कर लेनी चाहिए. सक्रिय और निष्क्रिय निवेशकों के बीच एक बुनियादी अंतर होता है. पैसिव या निष्क्रिय निवेशक जहां पैसा लगाने के बाद सो जाते हैं. वहीं, सक्रिय निवेशक लगातार अपने निवेश पोर्टफोलियो पर नजर रखते हैं. वे उन स्थितियों पर भी नजर रखते हैं जिनसे फायदा उठाया जा सकता है.
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