नई दिल्ली: मुंबई (Mumbai) की एक पार्टी में एक्टर शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) के बेटे आर्यन और बाकी हस्तियों के पकड़े जाने के बाद रेव पार्टी (Rave Party) लगातार ट्रेंड होने के साथ सुर्खियों में है. क्या आप जानते हैं कि देश हो या विदेश इन रेव पार्टी में ऐसा क्या होता है जिसके लिए लोगों को एक रात में लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद जेल जाने का खतरा रहता है. ऐसे में आइए आपको देते हैं वो जानकारी जिससे अभी तक बहुत से लोग अनजान हैं.
युवाओं में नशे का चलन बढ़ा है. खबरों के जानकारों का मानना है कि दिल्ली, मुंबई, खंडाला, पुणे, पुष्कर से अब रेव पार्टियां (Rave Parties) हिमाचल की वादियों यानी मनाली तक पहुंच गई हैं. नशीले पदार्थ बेचने वालों के लिए रेव पार्टियां धंधे की सबसे मुफीद जगह बन गई हैं. पुलिस की ज्यादा चौकसी की वजह से बड़े शहरों के बीच होने वाली रेव पार्टियों के मतवालों को समंदर के बीच जगह तलाशनी पड़ रही है.
ड्रग्स तस्करों के लिए इस तरह की पार्टियां आमदनी का बहुत बड़ा अड्डा होती हैं. भारत में रेव पार्टियां (Rave Party) ड्रग्स इस्तेमाल करने वालों और तस्करों का सुरक्षित ठिकाना है. रेव पार्टी का शाब्दिक अर्थ है मौज मस्ती की पार्टी से भी लगाया जाता है.
लेकिन रेव पार्टी में अनैतिक संबंधों का चलन बढ़ा है. कई जगह तो रेव वेन्यू पर उसके लिए हट बनने लगे हैं. यहां पार्टनर्स की स्वैपिंग तक हो जाती है. जानकारों का कहना है कि रेव पार्टियों में भाग लेने वाले बिंदास युवाओं के लिए सेक्स और प्यार की नैतिकता कोई मायने नहीं रखती.
रेव पार्टी का आयोजन दूर दराज इलाकों में किया जाता है. जहां पर पुलिस या किसी और सरकारी एजेंसी के अधिकारियों के पहुंचने की संभावना न हो. ऐसी पार्टियों में धड़ल्ले से प्रतिबंधित ड्रग्स का इस्तेमाल होता है, मौज मस्ती होती है, म्यूजिक और डांस के साथ-साथ कई तरह के नशे का दौर चलता है.
देश की सामान्य ड्रग्स पार्टियां हों या रेव पार्टी का बढ़ता चलन, एनसीबी (NCB) की सख्ती के चलते इन पार्टियों के आयोजक बेहद अलर्ट रहते हैं. रेव पार्टी, ऑर्गेनाइज करने वाले सबसे पहले एक छोटा ग्रुप बनाते हैं. ऐसी पार्टियों के लिए हर किसी को शामिल नहीं होने दिया जाता. कई बार तो पर्सनली एक-दूसरे के जरिए रेव पार्टी की जानकारी पहुंचाई जाती है. इसकी एक वजह कानून यानी पकड़े जाने का डर बढ़ना भी है.
रेव पार्टी (Rave Party) का मतलब है आज के यूथ के लिए जोश और मौज-मस्ती से भरी वो महफिल जहां वो दुनिया की परवाह से बेफिक्र होकर मौजमस्ती करते हैं. रेव पार्टियां बेहद खुफिया तरीके से आयोजित की जाती हैं और जांच एजेंसियों की नजरों से बचने के लिए काफी सावधानी बरती जाती है. लोगों को रेव पार्टी में बुलाने के लिए सोशल मीडिया और कोड भाषा का इस्तेमाल किया जाता है.
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