Pahalgam Terror Attack Latest News: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने व्यापक सर्च ऑपरेशन छेड़ दिया है. सऊदी अरब, अमेरिका और रूस जैसे तमाम देशों ने इस कायराना टेरर अटैक की निंदा की है और भारत के साथ खड़े होने की बात कही है.
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Pahalgam Terror Attack Latest News: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले से देश में गम और गुस्से का गुबार है. सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों की धरपकड़ के लिए व्यापक तलाशी अभियान छेड़ा है. उधर, सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर दिल्ली पहुंचे पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर ही एनएसए अजीत डोभाल और अन्य अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर से आज पहलगाम पहुंचेंगे. सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने पहलगाम के निकट मशहूर टूरिस्ट प्लेस बैसरन में नाम पूछ-पूछकर हिन्दुओं को मारा था. कई पर्यटकों के सीधे सिर पर गोली मारी गई थी. इसके कई भयावह वीडियो सामने आए हैं. हमले में एक आईबी अफसर समेत 26 लोगों की मौत हुई है. जानें पहलगाम आतंकी हमले के बड़े अपडेट्स...
पुलवामा के बाद सबसे बड़ा टेरर अटैक
पहलगाम में हुई ये कायराना हरकत 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा टेरर अटैक के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला है. पुलवामा अटैक में 40 जवानों की मौत हुई है. जबकि बैसरन में हुई गोलीबारी में 26 लोगों की मौत हुई है. मृतकों में दो विदेशी नागरिक हैं, जिनमें एक यूएई और दूसरा नेपाल से है. इनमें 22 की पहचान हो चुकी है. पहलगाम में सन 2000 में अमरनाथ आधार शिविर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 30 से ज्यादा व्यक्तियों की मौत हुई थी. वहीं 2001 में शेषनाग में अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हमले में 13 लोग मारे गए थे.पहलगाम में 2002 में टेरर अटैक में भी 11 लोग मारे गए थे. वहीं मार्च 2000 में तब के अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन दिल्ली दौरे के दौरान आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के छत्तीसिंहपुरा में 35 सिखों की हत्या की थी.
पीएम लौटे स्वदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़ते हुए स्वदेश लौटे. एयरपोर्ट पर ही पीएम मोदी ने एनएसए अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और अन्य उच्चस्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की. कल पहलगाम में आतंकी हमले के तुरंत बाद पीएम मोदी को गृह मंत्री अमित शाह ने हालात की जानकारी दी थी. पीएम ने सऊदी क्राउन प्रिंस के रात्रिभोज में शामिल न होकर स्वदेश वापसी का निर्णय किया था. गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को ही श्रीनगर पहुंचे थे. उन्होंने एलजी मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत उच्च अधिकारियों के साथ कल बैठक की थी. वो आज पहलगाम पहुंचकर जमीनी हालात का जायजा लेंगे.
सेना ने छेड़ा सर्च ऑपरेशन
इस कायरना हरकत को अंजाम देने वाले आतंकियों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए सेना की कई टुकड़ियां सर्च ऑपरेशन में जुट गई हैं. बताया जाता है कि सेना की विक्टर फोर्स को खास जिम्मेदारी दी गई है. विक्टर फोर्स और स्पेशल फोर्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी और सीआरपीएफ मिलकर ऑपरेशन चला रहे हैं. सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर रणनीतिक मोर्चा संभाल चुके हैं. आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर ए तैयबा के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स ने ली. कहा जा रहा है कि आतंकी समूह ने जम्मू के किश्तवाड़ से दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग से होते हुए जंगलों के रास्ते बैसरन पहुंचा. सूत्रों का कहना है कि हमले के पहले पर्यटक स्थलों की रेकी की गई. वहां सुरक्षा हालातों का जायजा लिया गया.
पर्यटकों ने सुनाई रोंगटे खड़ी करने वाली कहानी
हमले में बच निकले पर्यटकों ने रोंगटे खड़ी करने वाली कहानी सुनाई थी. आतंकियों ने कैसे पर्यटकों के नाम पूछे और कलमा पढ़ने को कहा और फिर हिन्दुओं की पहचान कर गोलियों की बौछार कर दी. पर्यटकों में कई को सीधे सिर में गोली मारी गई है. धुआंधार फायरिंग होते ही पर्यटक भागे, लेकिन खुले मैदान में उन्हें जान बचाने की जगह नहीं मिली. मृतकों में कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पर्यटक शामिल हैं. दुनिया भर से पर्यटक बैसरन में अप्रैल-मई के महीने में आते हैं. ये इलाका ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से जाना जाता है. हमले के वक्त टूरिस्ट रेस्तरां में खाना-पीना कर रहे थे या खच्चर की सवारी का आनंद ले रहे थे.
पाकिस्तानी सेना प्रमुख की बौखलाहट
आतंकी हमले में पाकिस्तानी कनेक्शन भी सामने आने लगा है. खासकर पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष जनरल असीम मुनीर का पिछल हफ्ते दिया वो बयान सुर्खियों में है, जिसमें उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान के गले की नस बताया था. मुनीर ने कहा था कि कश्मीर को कोई भी ताकत उनके मुल्क से जुदा नहीं कर सकती. माना जा रहा है कि इसी के बाद लश्कर ए तैयबा के मुखौटा संगठन द रजिस्टेंस फोर्स के सक्रिय आतंकियों को ऐसा हमला करने को कहा गया, जिसकी गूंज दूर तक सुनाई पड़े.