मून प्रशासन की 'न्यू सदर्न पॉलिसी' दक्षिण कोरिया के दक्षिण पूर्वी एशिया और आसियान के साथ संबंधों के विकास पर केंद्रित है.
Trending Photos
ओसाकाः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन से मुलाकात कर व्यापार और अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने के रास्तों और लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने जापान के ओसाका शहर में जी-20 सम्मेलन से इतर यह मुलाकात की. बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' और दक्षिण कोरिया की 'न्यू सदर्न पॉलिसी' के बीच तालमेल बनाने की इच्छा व्यक्त की.
भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी' का मुख्य उद्देश्य देश के व्यापारिक हितों को पश्चिम और उसके पड़ोसी देशों की जगह दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों की ओर स्थानांतरित करना है. मून प्रशासन की 'न्यू सदर्न पॉलिसी' दक्षिण कोरिया के दक्षिण पूर्वी एशिया और आसियान के साथ संबंधों के विकास पर केंद्रित है.
It is always special to meet my good friend, President Moon Jae-in. He is extremely passionate about furthering friendship between India and the Republic of Korea. Today, we talked about various steps to enhance trade, economic and people-to-people relations. @moonriver365 pic.twitter.com/N6bfD4zLxL
— Narendra Modi (@narendramodi) June 28, 2019
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, "ऐतिहासिक संबंधों से स्वाभाविक साझेदारी मजबूत होती है. जी-20 सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कोरिया गणराज्य के राष्ट्रपति के साथ सार्थक बैठक." मोदी ने मून के साथ बैठक के बाद ट्वीट किया, "मेरे अच्छे दोस्त, राष्ट्रपति मून जे-इन से मिलना हमेशा विशेष होता है. वह भारत और कोरिया गणराज्य के बीच मित्रता को आगे बढ़ाने को लेकर बेहद जुनूनी हैं."