पीएम मोदी 27 सितंबर 2019 को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे.
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नई दिल्ली/वाशिंगटन: सिंधी फाउंडेशन (Sindhi Foundation) ने पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से गुजारिश की है वह संयुक्त राष्ट्र (UN) में सिंध में हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन को उठाएं. गौरतलब है कि पीएम 21 सितंबर को अमेरिका के दौरे पर जा रहे हैं. वह UN महासचिव के '2019 क्लाइमेट एक्शन समिट' को भी संबोधित करेंगे. पीएम मोदी 27 सितंबर 2019 को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे.
सिंधी फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक मुनावर लाधरी ने कहा, मैं पीएम मोदी को सलाह दूंगा कि जब वह यूएन जाएं तो वहां सिंध (Sindh) का जिक्र जरूर करें. भारत ने अपना नाम सिंध से ही पाया है. भारत में बड़ी संख्या में सिंधी रहते हैं. वह कम से कम मानवअधिकारों की बात कर सकते हैं, वह सिंध में धार्मिक आजादी की बात कर सकते हैं.'
उन्होंने कहा, 'सिंध में सबसे बड़ी समस्या डर है और सबसे बड़ी चुनौती डर से बाहर निकलना. सिंध के भीतर यह उम्मीद नहीं की जा सकती है, एकमात्र उम्मीद बाहर से बचती है और मेरा जोर यूएन और अमेरिका पर है. '
26 सितंबर को प्रदर्शन करेगा सिंधी समाज
इससे पहले सिंधी फाउंडेशन ने ऐलान किया था कि वह 26 सितंबर को SaveSindhiGirl के बैनर तले अमेरिका में विरोध प्रदर्शन करने जा रहा है. 26 सितंबर को यूएनजीए के सत्र को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान संबोधित करेंगे.
सिंधी फाउंडेशन का दावा है कि पाकिस्तान में पिछले कुछ सालों में बड़ी संख्या में जबरन धर्म परिवर्तन के मामले सामने आए है. सिंधी फाउंडेशन का दावा है, 'पाकिस्तान में हर साल करीब 1000 सिंधी हिंदू लड़कियों को अगवा कर उनकी जबरदस्ती शादी करवाई जाती है, उनका धर्म बदला जाता है. हर महीन करीब 40-60 सिंधी लड़कियों का धर्म परिवर्तन किया जा रहा है.'
पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग के मुताबिक जनवरी 2004 से मई 2018 तक सिंधी लड़कियों के अगवा किए जाने के 7430 मामले सामने आए है. ये तो वह आंकड़े हैं जिनमें केस दर्ज किए गए कई मामले तो ऐसे है जिनमें केस ही दर्ज नहीं किए गए है.