Shashi Tharoor News: सांसद शशि थरूर के बाद कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है. उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत की कूटनीतिक नीति की सराहना कर दी, जिस पर बीजेपी ने तंज कसते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है. वहीं, बीजेपी नेता रवि शंकर प्रसाद ने भी शशि थरूर के बयान का स्वागत किया है.
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Shashi Tharoor News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर एक बार फिर सुर्खियों में हैं. हाल ही में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी, जिससे कांग्रेस के भीतर हलचल मच गई थी. अब उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत की कूटनीतिक नीति की सराहना कर दी, जिस पर बीजेपी ने तंज कसते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है. बीजेपी ने कहा कि थरूर ने स्वीकार कर लिया कि मोदी सरकार की विदेश नीति सही थी और अब कांग्रेस के अन्य नेताओं को भी इसे मान लेना चाहिए.
कांग्रेस नेता शशि थरूर के बयान पर बीजेपी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. बीजेपी नेताओं ने इस बयान को लेकर कांग्रेस पर तंज कसा और कहा कि 'प्रधानमंत्री मोदी को अब नए विरोधियों की जरूरत है क्योंकि पुराने अब उनके समर्थक बन रहे हैं.'
Prime Minister Modi needs new haters… Old ones are turning into his fans. pic.twitter.com/emtQToK4Tc
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 19, 2025
'PM मोदी को नए नफरत करने वालों की जरूरत है'
बीजेपी के आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने शशि थरूर की टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया हैंडल X पर साझा करते हुए लिखा, 'प्रधानमंत्री मोदी को नए नफरत करने वालों की जरूरत है… पुराने अब उनके फैन बन रहे हैं.' वहीं, बीजेपी प्रवक्ता सम्बित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को भी थरूर की तरह मोदी सरकार की विदेश नीति की सराहना करनी चाहिए.
थरूर ने क्या कहा था?
मंगलवार को रायसीना डायलॉग में एक पैनल चर्चा के दौरान, शशि थरूर ने माना कि उन्होंने पहले भारत की कूटनीतिक नीति की आलोचना करके गलती की थी. उन्होंने कहा, 'मुझे अपनी गलती का एहसास हो रहा है क्योंकि मैं वही व्यक्ति था, जिसने फरवरी 2022 में संसद में भारत के रुख की आलोचना की थी.'
शशि थरूर का बयान
थरूर ने बताया कि पहले उन्हें लगा था कि भारत को यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा करनी चाहिए, क्योंकि यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर और संप्रभुता के सिद्धांतों के खिलाफ था. उन्होंने कहा कि सीमा की अखंडता और अंतरराष्ट्रीय विवादों के समाधान में बल प्रयोग की मनाही जैसे सिद्धांतों का उल्लंघन हुआ था, इसलिए भारत को रूस की आलोचना करनी चाहिए थी.
हालांकि, अब तीन साल बाद थरूर को महसूस हुआ कि भारत की नीति सही थी. उन्होंने कहा, 'आज, हमारे प्रधानमंत्री- व्लादिमीर पुतिन और ज़ेलेंस्की दोनों को गले लगा सकते हैं और दोनों देशों में सम्मान पा सकते हैं. इससे भारत को शांति प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिला है, जो बहुत कम देशों को मिला हुआ है.'
बीजेपी ने की थरूर की सराहना
वहीं, बीजेपी नेता रवि शंकर प्रसाद ने भी शशि थरूर के बयान का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि 'थरूर को अब समझ आया कि मोदी सरकार की विदेश नीति सही थी. बेहतर देर से मानना, बजाय इसके कि गलती पर अड़े रहें.' उन्होंने कांग्रेस के अन्य नेताओं को भी मोदी सरकार की नीतियों को स्वीकार करने की सलाह दी.