अनुच्छेद 370 और 35 ए को हटाए जाने के बाद पीएम मोदी का देश के नाम ये पहला संबोधन था. इसमें उन्होंने घाटी के लोगों को ये भरोसा देने की पूरी कोशिश की कि ये नई शुरुआत उनके लिए नई उम्मीदें लेकर आई है.
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को रात 8 बजे राष्ट्र के नाम संबोधन दिया. उनका ये संबोधन पूरी तरह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को समर्पित था. अनुच्छेद 370 और 35 ए को हटाए जाने के बाद पीएम मोदी का देश के नाम ये पहला संबोधन था. इसमें उन्होंने घाटी के लोगों को ये भरोसा देने की पूरी कोशिश की कि ये नई शुरुआत उनके लिए नई उम्मीदें लेकर आई है. इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के शहीदों का खासकर जिक्र किया.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, आज इस अवसर पर मैं जम्मू कश्मीर के लोगों की सुरक्षा में तैनात अपने सुरक्षा बलों के साथियों का भी आभार व्यक्त करता हूं. प्रशासन से जुड़े सभी लोग राज्य के सभी कर्मचारी और जम्मू-कश्मीर पुलिस जिस तरह से स्थिति को संभाल रही है, वह सचमुच में बहुत बहुत प्रशंसनीय है. आपके इस परिश्रम ने मेरा यह विश्वास और बढ़ाया है कि बदलाव हो सकता है. लोगों का भला हो सकता है. भाइयों और बहनों जम्मू कश्मीर हमारे देश का मुकुट है.
हम बचपन से सुनते आए हैं गर्व करते आए हैं इसकी रक्षा के लिए जम्मू कश्मीर के अनेकों वीर बेटे बेटियों ने अपना बलिदान दिया है. अपना जीवन दांव पर लगाया है. पुंछ जिले के मौलवी गुलाम, जिन्होंने 65 की लड़ाई में पाकिस्तानी घुसपैठियों के बारे में भारतीय सेना को बताया था, उन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था. लद्दाख के कर्नल सोनम जिन्होंने कारगिल की लड़ाई में दुश्मनी जो धूल चटा दी थी उन्हें महावीर चक्र दिया गया था. राजौरी की रुखसाना कौसर, जिन्होंने बड़े आतंकी को मार गिराया था. उन्हें भी कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था. कौंच के शहीद औरंगजेब जिनकी पिछले वर्ष आतंकियों ने हत्या कर दी थी और जिनके दोनों भाई आप सेना में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे हैं ऐसे वीर बेटे बेटियों की लिस्ट बहुत लंबी है.
आतंकियों से लड़ते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनेक जवान और अफसर भी शहीद हुए हैं निर्दोष नागरिक भी मारे गए हैं देश के अपने भूभाग से भी हजारों लोगों को हमने खोया है इन सभी का सपना रहा है एक शांत सुरक्षित समृद्धि जम्मू कश्मीर बनाने का उनके सपनों को हमें मिलकर पूरा करना है साथियों यह फैसला जम्मू कश्मीर और लद्दाख के साथ ही पूरे भारत की आर्थिक प्रगति में सहयोग करेगा.