विपक्षी सांसदों ने की नारेबाजी
प्रधानमंत्री ने जैसे ही जवाब देना आरंभ किया वैसे ही कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्य आसन के निकट आ गए और नारेबाजी करने लगे. सदस्यों की नारेबाजी के बीच मोदी ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने महत्वपूर्ण सदन में कुछ लोगों का व्यवहार, कुछ लोगों की वाणी ना सिर्फ सदन को बल्कि देश को निराश करने वाली रही है.
उन्होंने कहा, इस प्रकार की प्रवृत्ति के सदस्यों को मैं यही कहूंगा... कीचड़ उसके पास था, मेरे पास गुलाल. जो भी जिसके पास था, उसने दिया उछाल. ... अच्छा ही है. जितना कीचड़ उछालोगे, कमल उतना ही ज्यादा खिलेगा. पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि इसलिए कमल खिलाने में उनका भी प्रत्यक्ष व परोक्ष योगदान है. उन्होंने कहा, इसके लिए मैं उनका भी आभार व्यक्त करता हूं.
प्रधानमंत्री ने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा कि कांग्रेस ने साठ सालों में देश में मजबूत बुनियाद रखी और मोदी उसका श्रेय ले रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि जब 2014 में वह देश के प्रधानमंत्री बने तो उन्हें नजर आया कि 60 साल में कांग्रेस के परिवार ने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए हैं.
उन्होंने कहा, हो सकता है कि उनका इरादा नेक होगा, लेकिन उन्होंने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए हैं. जब वह गड्ढे खोद रहे थे... छह-छह दशक बर्बाद कर दिए थे उस समय दुनिया के छोटे-छोटे देश भी सफलता के शिखरों को छू रहे थे... आगे बढ़ रहे थे. प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान विपक्षी सदस्य अडानी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित किए जाने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे.
विपक्ष की नारेबाजी के बीच पीएम मोदी मोदी ने कहा कि हमने सामाजिक न्याय, दो वक्त की रोटी जैसी समस्याओं का समाधान निकाला है, आपने इसका समाधान नहीं निकाला था. हम आजाद भारत के सपनों को पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध होकर चले हैं. संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने सीना ठोकते हुए कहा, सभापति जी देश देख रहा है एक अकेला कितनों पर भारी पड़ रहा है. एक अकेला कितनों को भारी पड़ रहा है. नारे बोलने के लिए भी इनको (सांसदों को) बदलना पड़ता है. दो मिनट ये बोलता है. इधर घंटेभर से आवाज दबी नहीं है.
कांग्रेस पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में बताया कि उनकी सरकार द्वारा किस प्रकार खेल रत्न का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा गया है. अंडमान निकोबार दीप समूह में नेताजी सुभाष चंद्र के नाम पर द्वीप का नामकरण किया गया है. परमवीर चक्र विजेता भारतीय सेनानियों के नाम पर यहां द्वीपों का नामकरण किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री ने आर्टिकल 356 के दुरुपयोग पर कांग्रेस को घरेते हुए कहा कि नेहरू जी को केरल में वामपंथी सरकार पसंद नहीं थी. केरल में चुनी हुई वामपंथी सरकार को हटा दिया गया.तमिलनाडु में डीएमके, एमजीआर, करुणानिधि की सरकारों को भी इन्हीं कांग्रेस वालों ने बर्खास्त किया.
शरद पवार का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 1980 के दौरान शरद पवार जब युवा मुख्यमंत्री थे तो इनकी भी सरकार गिरा दी गई. क्षेत्रीय नेताओं को लगातार परेशान किया गया. उन्होंने एनटीआर का जिक्र करते हुए कहा कि एनटीआर की सरकार को भी गिराया गया. राज्यपाल और राजभवनों के दुरुपयोग और उनके राजनीतिकरण पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी स्पष्ट राय रखी. उन्होंने बताया कि कांग्रेस के जमाने में राजभवनों को कांग्रेस पार्टी का दफ्तर बना दिया गया था.
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