PM Modi: सुप्रीम कोर्ट में आज कार्यवाही के दौरान एक वकील ने कथित रूप से न्यायमूर्ति गवई की ओर जूता उछालने की कोशिश की, जिसके बाद पीएम मोदी मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी.आर. गवई से बात की और ये बात कही.
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BR Gavai: सुप्रीम कोर्ट में आज जो कुछ भी हुआ उससे पूरा देश शर्मिंदा है.आज सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही के दौरान एक वकील ने कथित रूप से न्यायमूर्ति गवई की ओर जूता उछालने की कोशिश की, जिसके बाद हड़कंप मच गया है. घटना के बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने राकेश किशोर को प्रैक्टिस करने से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. वहीं अब पीएम मोदी ने चीफ जस्टिस से फोन पर बात की और हमले के बारे में जानकारी हासिल की.
पीएम मोदी ने कही ये बात
एक्स पर एक पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी.आर. गवई से बात की. आज सुबह सुप्रीम कोर्ट परिसर में उन पर हुए हमले से हर भारतीय नाराज है, हमारे समाज में ऐसे निंदनीय कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है. यह अत्यंत निंदनीय है. ऐसी स्थिति में न्यायमूर्ति गवई द्वारा प्रदर्शित धैर्य की मैं सराहना करता हूं, यह न्याय के मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और हमारे संविधान की भावना को मजबूत करने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
Spoke to Chief Justice of India, Justice BR Gavai Ji. The attack on him earlier today in the Supreme Court premises has angered every Indian. There is no place for such reprehensible acts in our society. It is utterly condemnable.
I appreciated the calm displayed by Justice…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 6, 2025
घटना की गई निंदा
वहीं सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन ने इस घटना की निंदा की है. एसोसिएशन ने कहा कि एक वकील के कृत्य पर हम सर्वसम्मति से पीड़ा व्यक्त करते हैं, जिसने अपने अनुचित और असंयमित व्यवहार से भारत के मुख्य न्यायाधीश और उनके साथी न्यायाधीशों के पद व अधिकार का अनादर करने का प्रयास किया.
निलंबित किए गए राकेश किशोर
इससे पहले राकेश किशोर को निलंबित कर दिया गया और अंतरिम निलंबन आदेश जारी करते हुए, बीसीआई के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि वकील का आचरण प्राइमा फेसी कोर्ट की गरिमा के साथ असंगत था. यह अधिवक्ता अधिनियम, 1961 के तहत पेशेवर नैतिकता का उल्लंघन करता है. आदेश में कहा गया कि प्राइमा फेसी मैटेरियल के आधार पर ऐसा मालूम होता है कि 6 अक्टूबर 2025 को सुबह करीब 11:35 बजे भारत के सुप्रीम कोर्ट के कोर्ट नंबर 1 में आपने अपने स्पोर्ट्स शूज उतारे और चल रही कार्यवाही के दौरान चीफ जस्टिस की ओर फेंकने का प्रयास किया. हालांकि, मुख्य न्यायाधीश ने व्यवधान के दौरान संयम बनाए रखा और अदालत कक्ष से कहा इससे विचलित न हों.