पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात करके जीत की बधाई दी
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नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात करके जीत की बधाई दी. इमरान ने पीएम मोदी से दोनों देशों के लोगों की बेहतरी के लिए मिलकर काम करने की इच्छा व्यक्त की. विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार की पड़ोसी पहले की नीति को याद करते हुए पाक पीएम को संयुक्त रूप से गरीबी से लड़ने के लिए अपने पहले के सुझाव का जिक्र किया. इमरान खान से टेलीफोन वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि क्षेत्र में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए सहयोग को बढ़ावा देने के लिए विश्वास और हिंसा से मुक्त वातावरण बनाना जरूरी था.
MEA: PM Modi in his telephonic conversation with Pak PM Imran Khan stressed that creating trust and an environment free of violence and terrorism were essential for fostering cooperation for peace, progress and prosperity in the region. https://t.co/pZrZunmAs8
— ANI (@ANI) May 26, 2019
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट किया कि खान ने मोदी को लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी की जीत पर बधाई भी दी. उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए अपनी इच्छा दोहराते हुए खान ने कहा कि वे इन उद्देश्यों को आगे ले जाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर काम करने के प्रति आशान्वित हैं. फैसल ने कहा कि खान ने इच्छा जताई कि अपने लोगों की बेहतरी के लिए दोनों देश मिलकर काम करें.
MEA: PM Modi today received telephone call from Pakistan PM Imran Khan, congratulating him on his victory Lok Sabha polls.Recalling his initiatives in line with his govt’s neighbourhood first policy,PM Modi referred to his earlier suggestion to the Pak PM to fight poverty jointly pic.twitter.com/LPZtX7U3JY
— ANI (@ANI) May 26, 2019
अप्रैल में भी किया था इसका जिक्र
खान ने अप्रैल में कहा था कि उन्हें विश्वास है कि अगर आम चुनाव में मोदी जीतते हैं तो भारत के साथ शांति वार्ता करने तथा कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए बेहतर अवसर मिल सकता है. भारत में आम चुनाव के नतीजे पाकिस्तान के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि नयी दिल्ली में नयी सरकार भारत-पाकिस्तान के संबंधों के भविष्य की दिशा पर विचार करेगी. पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के संबंधों में दरार और बढ़ गयी थी.
चुनाव परिणामों की घोषणा से एक दिन पहले ही कुरैशी और भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को किर्गिस्तान के बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन परिषद के विदेश मंत्रियों की बैठक में एक दूसरे का हालचाल पूछा था. कुरैशी ने स्वराज को संवाद के माध्यम से सभी मुद्दों के समाधान की पाकिस्तान की इच्छा से अवगत कराया था.