पीएम मोदी ने मोहम्मद यूनुस को क्यों लिखा लेटर? बांग्लादेश को 1971 के मुक्ति संग्राम की दिलाई याद
Advertisement
trendingNow12695978

पीएम मोदी ने मोहम्मद यूनुस को क्यों लिखा लेटर? बांग्लादेश को 1971 के मुक्ति संग्राम की दिलाई याद

Pm Modi writes to Yunus on Bangladesh Independence Day: बांग्लादेश में जब से शेख हसीना की सत्ता खत्म हुई और हिंदुओं पर अत्याचार बढे इसके साथ ही भारत के रिश्ते भी कड़वाहट में बदलते चले गए. हालात ये हुए कि कभी बांग्लादेश को आजाद कराने में जिस भारत ने सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उसे भारत से बांग्लादेश के अंतरिम सलाहकार मोहम्मद यूनुस दुश्मनी रखने लगे. इसी तनाव के बीच पीएम मोदी ने एक लेटर लिखा है. जिसमें पीएम मोदी ने बांग्लादेश को 1971 के मुक्ति संग्राम की याद दिलाई है. जानें पूरी कहानी.

पीएम मोदी ने मोहम्मद यूनुस को क्यों लिखा लेटर? बांग्लादेश को 1971 के मुक्ति संग्राम की दिलाई याद

Modi writes to Yunus: भारत और बांग्लादेश के बीच पिछले काफी समय से रिश्ते ठीक नहीं चल रहे हैं. इसी बीच भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने बांग्लोदश के यूनुस को एक खास चिट्ठी लिखी है. जिसमें इतिहास की बातें लिखी हैं, जो दोनों देशों के रिश्तों की बीच नींव का काम कर रही हैं. आइए जानते हैं उस पीएम मोदी के लेटर की खास बातें जिसमें छिपे हैं कई सारे संदेश.

पीएम मोदी ने बांग्लादेश के पीएम को लिखा पत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उन्हें बधाई दी है और एक लेटर लिखा है. यह लेटर पीएम मोदी ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस को लिखा है. भारत के पूर्वी पड़ोसी देश ‌को इस लेटर में 1971 के मुक्ति संग्राम की याद भी दिलाई है और बहुत ही साफ शब्दों में बताया है कि नई दिल्ली और ढाका के बीच संबंधों के लिए मुक्ति संग्राग एक नींव की तरह है.

पीएम मोदी ने बांग्लादेश को दिलाई इतिहास की याद
पीएम मोदी ने यूनुस को लेटर में लिखा महामहिम, मैं बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आपको और बांग्लादेश के लोगों को शुभकामनाएं देता हूं.' पीएम ने लिखा कि यह दिन हमारे साझा इतिहास और बलिदानों के प्रमाण के रूप में खड़ा है, जिसने हमारी द्विपक्षीय साझेदारी की नींव रखी है. बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम की भावना हमारे संबंधों के लिए मार्गदर्शक बनी हुई है, जो कई क्षेत्रों में फली-फूली है, जिससे हमारे लोगों को ठोस लाभ मिला है." प्रधान मंत्री ने कहा, "हम शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए हमारी आम आकांक्षाओं से प्रेरित और एक-दूसरे के हितों और चिंताओं के प्रति पारस्परिक संवेदनशीलता पर आधारित इस साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

1971 के मुक्ति संग्राम का जिक्र पीएम मोदी ने क्यों किया?
पीएम मोदी के लिखे इस पत्र में 1971 के मुक्ति संग्राम का जिक्र करने के कई मायने हैं. जिसमें एक साथ भारत ने नई दिल्ली की ओर से यूनुस और ढाका में उनकी अंतरिम सरकार के साथ-साथ बांग्लादेश में छात्रों और युवाओं के एक वर्ग और भारत विरोधी कट्टरपंथी तत्वों को एक सूक्ष्म संदेश बता दिया है. आपको बता दें कि भारतीय सेना ने 1971 स्वतंत्र बांग्लादेश बनाने में मदद की थी. 

पीएम मोदी ने एक साथ दिए कई संदेश
बुधवार को मोदी द्वारा 1971 के मुक्ति संग्राम का जिक्र करना नई दिल्ली की ओर से यूनुस और ढाका में उनकी अंतरिम सरकार को साफ संदेश दिया गया है. इसके साथ ही बांग्लादेश में छात्रों और युवाओं के एक वर्ग और भारत विरोधी कट्टरपंथी तत्वों को बता दिया गया है कि भारत बांग्लादेश के ‌लिए कितना जरूरी है.  आप सभी को पता होगा कि भारतीय सेना ने 1971 में स्वतंत्र बांग्लादेश बनाने में मदद की थी. जिसके बाद बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान ने 26 मार्च, 1971 को पाकिस्तान से बांग्लादेश की स्वतंत्रता की घोषणा की थी, जिसके कारण युद्ध हुआ और नए राष्ट्र का जन्म हुआ. 

शेख हसीना के बाद बदले हालात
इस जंग में भारत की भूमिका को लेकर बांग्लादेश हमेशा से सम्मान करता रहा है,  लेकिन शेख हसीना की सत्ता जाने के बाद बांग्लादेश भारत का मुखर विरोधी हो गया है. 5 अगस्त, 2024 को बांग्लादेश में शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पतन के बाद नई दिल्ली और ढाका के बीच संबंध तनाव में आ गए थे, यह घटना छात्रों और युवाओं द्वारा सरकारी नौकरियों में भर्ती में आरक्षण समाप्त करने की मांग को लेकर किए गए आंदोलन पर की गई कार्रवाई के खिलाफ व्यापक विरोध के मद्देनजर हुई थी.प्रधानमंत्री ने 1971 के ‘मुक्ति संग्राम’ का जिक्र करते हुए बांग्लादेश को नए राष्ट्र के निर्माण में भारत की भूमिका के बारे में याद दिलाया. यह कदम बांग्लादेश में दमनकारी पाकिस्तानी सेना के खिलाफ लड़ाई और भारत के खिलाफ अभियान में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की भूमिका के इतिहास को मिटाने के प्रयासों के बीच उठाया गया है.

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news

;