प्लेन से लेकर होटल तक एक्टिव मोड में रहे पीएम मोदी, 65 घंटे के US दौरे में की 20 बैठकें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 65 घंटे के अमेरिकी दौरे में 20 बैठकें की. चाहें प्लेन हो या होटल, पीएम मोदी बिना किसी थकान के काम करते रहे. फ्लाइट में सफर के दौरान भी उन्होंने अधिकारियों के साथ 4 लंबी मीटिंग्स की.
Written ByZee News Desk|Last Updated: Sep 26, 2021, 06:35 PM IST
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अपनी तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा से वापस लौट चुके हैं. उनका यह दौरा 65 घंटे का था और इस दौरान वह एक के बाद एक 20 बैठकों में शामिल हुए. इतना ही नहीं, अमेरिका जाते और लौटते समय विमान भी में पीएम मोदी ने अधिकारियों के साथ चार लंबी बैठकें कीं.
सरकारी सूत्रों ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार को अमेरिका जाते वक्त मोदी ने विमान में दो बैठकें की और वहां पहुंचने के बाद होटल में तीन बैठकें कीं. उन्होंने बताया कि 23 सितंबर को प्रधानमंत्री ने अलग-अलग कंपनियों के सीईओ के साथ पांच बैठकें कीं और फिर अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamla Harris) से मुलाकात की. उन्होंने अपने जापानी समकक्ष योशिहिदे सुगा और ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की.
इसके अलावा पीएम मोदी ने तीन आंतरिक बैठकों की भी अध्यक्षता की. सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने अगले दिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) के साथ द्विपक्षीय बैठक की और फिर क्वाड के शिखर सम्मेलन (QUAD Summit) में शामिल हुए. 24 सितंबर को उन्होंने 4 आंतरिक बैठकें भी कीं. उन्होंने बताया कि 25 सितंबर को अमेरिका से भारत के लिए रवाना होने पर, प्रधानमंत्री ने विमान में दो बैठकें कीं.
ऐसे में कुछ लोग ये सोच रहे होंगे कि प्रधानमंत्री मोदी विदेश यात्राओं में व्यस्त कार्यक्रम के दौरान इतने एनर्जेटिक कैसे रहते हैं? आधिकारिक सूत्रों का बताया, 'एनर्जेटिक रहने की एक तरकीब है कि पीएम मोदी अपने घंटों को एक के बाद एक व्यस्तताओं से भर देते हैं ताकि दिमाग को थकान में बारे में सोचने का मौका न मिल पाए. इतना ही नहीं, वे अपनी नींद को भी जरूरत के अनुसार ट्यून कर लेते हैं. ताकि जब वो लंबे सफर के बाद फ्लाइट से उतरें तो पूरी तरह से तरोताजा महसूस करें. सूत्रों ने ये भी बताया कि प्लेन में सफर के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी ज्यादा पानी पीते हैं. क्योंकि डॉक्टरों का सुझाव है कि फ्लाइट की हवा शरीर की नमी को सोख लेती है, जिससे पानी की कमी हो जाती है.