नागरिकता कानून: पीएम नरेंद्र मोदी ने CAA के समर्थन में शुरू किया ट्विटर कैंपेन
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नागरिकता कानून: पीएम नरेंद्र मोदी ने CAA के समर्थन में शुरू किया ट्विटर कैंपेन

प्रधानमंत्री ने लिखा कि सीएए शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए है और किसी की नागरिकता लेने के लिए नहीं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ट्विटर अभियान शुरू किया. (फाइल)

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) पर लोगों का समर्थन हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार को ट्विटर अभियान शुरू किया. उन्होंने नरेंद्र मोदी के ट्विटर अकांउट पर लिखा, '#IndiaSupportsCAA', क्योंकि सीएए सताए गए शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए है और किसी की नागरिकता लेने के लिए नहीं. सीएए को अपना समर्थन दें और इसे साझा करें."

इस पोस्ट को 54 हजार से अधिक बार रीट्वीट किया गया और 23 हजार से ज्यादा बार लाइक किया गया, जबकि #IndiaSupportsCAA ने ट्विटर पर ट्रेंड किया. इसे 7 लाख 28 हजार बार ट्वीट किया गया.

कट्टरपंथियों के झांसे में नहीं आएं
बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने ट्वीट किया, "क्रूर और कट्टरपंथियों के झांसे में नहीं आएं. भारतीय होने पर गर्व करें और खुले मन से समर्थन करें, जिन पर आधुनिक युग के गजनी अत्याचार कर रहे हैं. हैशटैगइंडियास्पोर्ट्ससीएए."

मिथक तोड़ने वाला
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने आधिकारिक ट्विटर से ट्वीट किया, "मिथक तोड़ने वाला. नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019. हैशटैगइंडियास्पोर्ट्ससीएए. इसे पढ़ें और अपने संदेह दूर करें."

बहुत सारी अफवाहें
हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्विटर पर लिखा, "बहुत सारी अफवाहें और झूठ फैलाए जा रहे हैं कि भारतीय मुसलमान अपनी नागरिकता खो देंगे और सार्वजनिक संपत्ति को तहत नहस किया जा रहा है. यह अधिनियम को शुद्ध अंत:करण से पढ़ने और सभ्य चर्चा करने का समय है."

अपने दिलों में जगह देनी चाहिए
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने लिखा, "जो इस बारे में चिंतित है कि इन सताए गए शरणार्थियों को कहा समायोजित किया जाएगा, उन्हें पहले अपने दिलों में जगह देनी चाहिए."

स्तब्ध हो जाएंगे
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मालवीय की एक पोस्ट को रिट्वीट किया, जिसमें बांग्लादेश के शरणार्थियों की एक क्लिप को टैग किया. इसमें कहा गया, "आप पूर्व पाकिस्तान से भागे लोगों के दर्द को सुनकर स्तब्ध हो जाएंगे, जो अब बिहार के मोतिहारी जिले में बसे हैं."

 

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