PM मोदी ने भूमि विधेयक के समर्थन में किसानों के बच्चों का दिया वास्ता
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PM मोदी ने भूमि विधेयक के समर्थन में किसानों के बच्चों का दिया वास्ता

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूमि विधेयक को सही ठहराने के लिए किसानों के बच्चों के कल्याण का वास्ता दिया जबकि उन्होंने यह भी दोहराया कि नये उपाय को लेकर कृषक समुदाय को गुमराह करने के प्रयास किये जा रहे हैं।

PM मोदी ने भूमि विधेयक के समर्थन में किसानों के बच्चों का दिया वास्ता

हुसैनीवाला (पंजाब) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूमि विधेयक को सही ठहराने के लिए किसानों के बच्चों के कल्याण का वास्ता दिया जबकि उन्होंने यह भी दोहराया कि नये उपाय को लेकर कृषक समुदाय को गुमराह करने के प्रयास किये जा रहे हैं।

लगभग सभी विपक्षी दलों के कड़े विरोध का सामना कर रहे प्रस्तावित नये विधेयक की वकालत करते हुए मोदी ने कहा कि इसे विकास के मकसद से लाया जाना जरूरी है जिससे किसानों और उनके परिवारों को भी लाभ पहुंचेगा।

मोदी ने कहा, ‘किसानों को विभिन्न तरीकों से गुमराह करने के प्रयास किये जा रहे हैं। मैंने कल अपने ‘अपने मन की बात’ कार्यक्रम में भी इसके बारे में बातचीत की थी।’ उन्होंने भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु के शहादत दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही।

उन्होंने कहा कि यदि राष्ट्र प्रगति करता है तो उससे किसानों के साथ साथ उनकी भावी पीढ़ियों को भी फायदा पहुंचेगा जिनमें से कई खेती के अलावा अन्य क्षेत्रों में रोजगार चाहते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यदि कोई विकास नहीं हुआ तो आपके बच्चों का क्या होगा। क्या आप चाहते हैं कि वे दिल्ली एवं मुंबई की झुग्गी झोपड़ी में रहें। विकास से किसानों, उनके बच्चों के साथ साथ उनके गांवों को भी लाभ पहुंचेगा।’ इस विवादास्पद विधेयक को इस माह के शुरू में लोकसभा में पारित किया गया लेकिन विपक्ष के एकजुट होने के कारण यह राज्यसभा में अटक गया। विपक्ष ने इस विधेयक के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है।

भ्रष्टाचार की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसने देश को बर्बाद कर दिया है। पूर्ववर्ती संप्रग सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कोयला ब्लाक आवंटन घोटाला कैग के आकलन से भी बड़ा था। उन्होंने कहा कि कोयला ब्लाक आवंटन के बारे में कैग का जो आकलन था वह वास्तविकता से काफी कम था। जब कैग ने निष्कर्ष निकाला कि नुकसान 1.86 लाख करोड़ रूपये का है तो इस भारी भरकम राशि पर भरोसा नहीं किया गया।

उन्होंने पूर्ववर्ती संप्रग मंत्रियों पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘शून्य नुकसान’ की बात भी कही गयी थी। प्रधानमंत्री ने ध्यान दिलाया कि घोटाला सामने आने के बाद उच्चतम न्यायालय ने 2014 कोयला ब्लाकों का आवंटन रद्द कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘यह हमारे सत्ता में आने के कुछ ही दिन बाद हुआ। यह उनका पाप था लेकिन हमें ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा जहां कोयले की कमी के कारण बिजली संयंत्र बंदी के कगार पर पहुंच गये थे। लिहाजा हमने नीलामी करवाने का निर्णय किया।’ मोदी ने कहा, ‘रद्द किये गये 204 कोयला ब्लाकों में अभी तक 20 की नीलामी की गयी है तथा 180 से अधिक अभी बचे हुए हैं। चूंकि एक ईमानदार सरकार आ गयी है, इन 20 कोयला ब्लाकों की नीलामी की वजह से राष्ट्रीय खजाने में दो लाख करोड़ रुपये जमा करवाये गये हैं।’ उन्होंने कहा कि इससे गरीबों को भी फायदा पहुंचेगा।

पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत सरकार का नाम लिये बिना प्रधानमंत्री ने कहा,‘उन्होंने किसी क्षेत्र को नहीं बख्शा (भ्रष्टाचार के मामले में)।’

मोदी ने सभा में कहा, ‘एलईडी बल्ब 2014 में 300 रूपये प्रति नग पर खरीदे गये। जब हम आये, हमने तय किया कि प्रति बल्ब की दर 80 रुपये होनी चाहिए। लिहाजा प्रति बल्ब हमने 220 रुपए की बचत की। आप हमें यहां हमारी ईमानदारी की वजह से लेकर आये हैं और हमने इसे करके दिखाया।’ उन्होंने किसानों के समक्ष आयी दुर्दशा का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले साल यह पहले कम वर्षा के कारण आयी और अब ओलावृष्टि के रूप में। उन्होंने वादा किया कि उनकी सरकार राज्यों के साथ मिलकर सब कुछ करेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने मंत्रियों से नुकसान का आकलन करवाने को कहा है।

उन्होंने कहा, ‘सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है। संकटपूर्ण स्थिति में राज्य एवं केन्द्र आपके साथ हैं। हम जो भी संभव होगा आपकी मदद करने से नहीं हिचकिचाएंगे।’ मोदी ने इसी के साथ अपनी सरकार की नयी योजना भूमि स्वास्थ्य कार्ड योजना का भी उल्लेख किया और कहा कि इसका मकसद किसानों को लाभ पहुंचाना है क्योंकि वे इस बात का आकलन कर सकेंगे कि उन्हें अपनी जमीन पर खेती के लिए कितने पानी और उर्वरक की जरूरत है। उन्होंने घोषणा कि अमृतसर में स्थापित होने वाले नये बागवानी अनुसंधान संस्थान का नाम भगत सिंह पर रखा जायेगा।

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