अमेरिका में दिखे नस्ली टिप्पणी वाले पोस्टकार्ड, लिखा था- भारतीय और चीनी अपने देश वापस जाओ
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अमेरिका में दिखे नस्ली टिप्पणी वाले पोस्टकार्ड, लिखा था- भारतीय और चीनी अपने देश वापस जाओ

अमेरिका में एशियन-अमेरिकन स्कूल बोर्ड के दो उम्मीदवारों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल कर उन्हें निशाना बनाकर लिखे गये पोस्टकार्ड लेटर बॉक्स के जरिये न्यूजर्सी के कई लोगों तक पहुंचने से शहर में समुदाय के सदस्यों के बीच भारी आक्रोश पैदा हो गया है.

फाल्गुनी और जेरी ने भी इस तरह के पोस्टकार्डों की निंदा की है.(फाइल फोटो)

वॉशिंगटन: अमेरिका में एशियन-अमेरिकन स्कूल बोर्ड के दो उम्मीदवारों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल कर उन्हें निशाना बनाकर लिखे गये पोस्टकार्ड लेटर बॉक्स के जरिये न्यूजर्सी के कई लोगों तक पहुंचने से शहर में समुदाय के सदस्यों के बीच भारी आक्रोश पैदा हो गया है. न्यूजर्सी में एडिसन सिटी के निवासियों को उनके लेटर बॉक्स में इस सप्ताह अज्ञात पत्र मिले जिनमें स्कूल बोर्ड के उम्मीदवार भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक फाल्गुनी पटेल और चीनी मूल के अमेरिकी नागरिक जेरी शी को देश से वापस भेजने की मांग की गयी थी और दावा किया गया था कि चीनी और भारतीय मूल के लोग इस शहर पर अपना अधिकार जमाना चाहते हैं.

  1. एशियन-अमेरिकन स्कूल बोर्ड के दो उम्मीदवारों के खिलाफ नस्लभेदी टिप्पणी
  2. फाल्गुनी पटेल और  जेरी शी को देश से वापस भेजने की मांग 
  3. पत्रों में कहा गया है कि ‘‘चीनी एवं भारतीय हमारे शहर पर कब्जा कर रहे हैं

‘‘मेक एडिसन ग्रेट अगेन’’के बैनर तले इस पोस्टकार्ड में जेरी और फाल्गुनी के चेहरे की तस्वीर के साथ‘‘डिपोर्ट’’(देश से वापस भेजो) का ठप्पा लगा है.एडिसन में रहने वाले कई लोगों तक लेटर बॉक्स के जरिये पहुंचे पोस्टकार्ड में लिखा है,‘‘जेरी शी और फाल्गुनी पटेल को हमारे स्कूल बोर्ड पर अधिकार जमाने से रोका जाए.’’इस तरह की नस्ली टिप्पणी वाले पत्र मिलने से एडिसन में रहने वाले लोग हैरान हैं. 

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पत्रों में कहा गया है कि ‘‘चीनी एवं भारतीय हमारे शहर पर कब्जा कर रहे हैं. बस अब और नहीं, बहुत हुआ भारतीय मूल के अमेरिकी कांग्रेस सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि इस तरह की नस्ली टिप्पणी वाले पत्रों के बारे में सुनकर वह हैरान हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमारा देश प्रवासियों का देश है और हमारा राष्ट्रीय परिवेश सम्पन्न एवं विभिन्न संस्कृतियों के हर उस व्यक्ति के धागे से बुना है जो अमेरिका के स्वप्न को पूरा करने में यकीन रखते हैं.

’साउथ एशियन बार एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (एसएबीए) और साउथ एशियन बार एसोसिएशन ऑफ न्यूजर्सी (एसएबीए-एनजे) ने एक संयुक्त बयान में कहा कि एडिसन में लेटर बॉक्स के जरिये पहुंचे इन पत्रों से वे बहुत आहत हैं. 

हम यह जोर देकर कहना चाहते हैं कि यहां नस्लवाद के लिये कोई जगह नहीं है, विशेषकर तब जब बात हमारे लोकतंत्र में अमेरिका के नागरिकों को देश से बाहर करने की हो. एसएबीए के अध्यक्ष ऋषि बग्गा ने कहा,‘‘सिर्फ जातीय पृष्ठभूमि के चलते किसी उम्मीदवार को धमकाने या ऐसे लोगों को सजा के तौर पर देश से बाहर निकालने के लिये मतदाताओं से अपील अस्वीकार्य है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता .

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’’एसएबीए-एनजे के भावीन जानी और शर्मिला जयप्रसाद ने कहा,‘‘हम सभी भारतीय एवं चीनी समुदाय और न्यूजर्सी में रहने वाले अपने सभी साथियों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि ऐसी नस्लवादी एवं घृणित टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और इस तरह की भाषा को हम बदलना चाहते हैं.’’डेमोक्रेटिक नेशनल समिति के उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस सदस्य ग्रेस मेंग ने‘‘मेक एडिसन ग्रेट अगेन’’पोस्टकार्ड की निंदा की है.

फाल्गुनी और जेरी ने भी इस तरह के पोस्टकार्डों की निंदा की है. 

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